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मध्य प्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने सुखी सेवनिया थाना में तैनात एसआई स्वाति दुबे और हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार के खिलाफ रिश्वत मांगने और फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है। इन दोनों पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि इन्होंने एक ईंट भट्ठा मालिक से 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। जब भट्ठा मालिक ने पैसे देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसे झूठे अपहरण के केस में फंसाने की धमकी दी।

क्या है पूरा मामला?
लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को इस मामले की जानकारी दी। बताया गया कि एसआई स्वाति दुबे और हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार ने एक ईंट भट्ठा मालिक से पैसे की मांग की थी। इस दौरान दोनों ने भट्ठा मालिक को धमकी दी कि यदि वह पैसे नहीं देगा तो उसे झूठे अपहरण के मामले में फंसा देंगे।

यह घटना तब सामने आई जब भट्ठे पर काम करने वाली एक महिला का 14 वर्षीय पोता लापता हो गया था। बाद में यह लड़का छतरपुर में मिल गया। इस घटना में, आरोप है कि दोनों पुलिसकर्मियों ने भट्ठा मालिक से संपर्क किया और पैसे की मांग की।

पुलिसकर्मियों की जालसाजी
भट्ठा मालिक परेशान होकर लोकायुक्त पुलिस से संपर्क करता है और पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद, लोकायुक्त ने मामले की जांच शुरू की और आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। हालांकि, पुलिसकर्मी मौके पर पैसे लेने नहीं पहुंचे, लेकिन डिजिटल सबूतों और रिकॉर्ड की गई बातचीत के आधार पर पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई
एसपी डीके राठौर ने बताया कि एसआई और हेड कॉन्स्टेबल ने पैसे न मिलने पर भट्ठा मालिक को एक झूठे अपहरण मामले में फंसा देने की धमकी दी थी। अब लोकायुक्त पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और पुलिसकर्मियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।

यह मामला पुलिसकर्मियों की भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता को उजागर करता है, और लोकायुक्त पुलिस ने डिजिटल सबूतों और रिकॉर्डिंग्स के आधार पर इस मामले को सख्ती से उठाया है।

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