शिक्षा
भाजपा ने जीवन गुप्ता को लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए बनाया अपना उम्मीदवार
by-Ravindra Sikarwar
चंडीगढ़, पंजाब: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पंजाब में आगामी लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। पार्टी ने अनुभवी नेता जीवन गुप्ता को इस महत्वपूर्ण सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर मतदान 19 जून, 2025 को होगा, और वोटों की गिनती 23 जून, 2025 को की जाएगी।
उपचुनाव की पृष्ठभूमि:
यह उपचुनाव लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट के रिक्त होने के कारण आवश्यक हो गया है। भाजपा ने इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत करने और विधानसभा में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के उद्देश्य से जीवन गुप्ता जैसे जाने-पहचाने चेहरे पर दांव लगाया है। लुधियाना पश्चिम शहरी क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है, जहां विभिन्न सामाजिक और आर्थिक वर्गों के मतदाता निवास करते हैं।
जीवन गुप्ता का प्रोफाइल:
जीवन गुप्ता भाजपा के एक सक्रिय सदस्य और पार्टी के भीतर एक प्रमुख चेहरा रहे हैं। उन्हें स्थानीय मुद्दों की गहरी समझ रखने वाला और कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ रखने वाला नेता माना जाता है। उनके चयन से यह संकेत मिलता है कि भाजपा इस उपचुनाव को गंभीरता से ले रही है और शहरी मतदाताओं के बीच अपनी अपील को भुनाना चाहती है। पार्टी को उम्मीद है कि गुप्ता का अनुभव और स्थानीय जुड़ाव उन्हें जीत दिलाने में मदद करेगा।
चुनावी कार्यक्रम:
- नामांकन प्रक्रिया: जल्द ही चुनाव आयोग द्वारा नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- मतदान की तिथि: 19 जून, 2025
- मतगणना और परिणाम: 23 जून, 2025
राजनीतिक समीकरण और चुनौतियां:
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव पंजाब की राजनीतिक तस्वीर के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भाजपा के इस कदम से अन्य राजनीतिक दलों, जैसे आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस, पर भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने का दबाव बढ़ गया है। यह उपचुनाव न केवल संबंधित दलों के लिए एक लिटमस टेस्ट होगा, बल्कि राज्य की भविष्य की राजनीतिक दिशा का भी एक संकेतक हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि जीवन गुप्ता भाजपा के लिए यह सीट जीतने में सफल होते हैं या नहीं।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने जीवन गुप्ता की उम्मीदवारी का स्वागत किया है और उन्होंने तुरंत चुनावी तैयारियों में जुटना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में चुनावी सरगर्मी और तेज होने की उम्मीद है।
स्वास्थ्य
नौतपा 2025: आज से शुरू नौतपा, जानें आने वाले नौ दिनों में रहत पाने के लिए क्या उपाय करें?

ज्येष्ठ मास की भीषण गर्मी अपने चरम पर है और इसी के साथ आज, 25 मई 2025 से नौतपा की शुरुआत हो गई है। ये नौ दिन साल के सबसे गर्म दिन माने जाते हैं, जब सूर्य का प्रकोप अपनी पूर्ण तीव्रता पर होता है। सनातन धर्म में इन नौ दिनों का विशेष महत्व है और इन्हें धार्मिक क्रियाकलापों, दान-पुण्य और कुछ सावधानियों के साथ जोड़कर देखा जाता है।
क्या है नौतपा का ज्योतिषीय महत्व?
हर साल मई या जून के महीने में नौतपा तब शुरू होता है जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं। इस साल, सूर्य देव 25 मई को सुबह 3:27 बजे रोहिणी नक्षत्र में गोचर कर चुके हैं और वे 8 जून तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। इस अवधि को ही नौतपा कहा जाता है, जिसमें कुल नौ दिनों तक भीषण गर्मी का अनुभव होता है। जैसे ही सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, नौतपा समाप्त हो जाता है। ज्योतिषीय दृष्टि से, यह अवधि सूर्य की प्रचंड ऊर्जा और पृथ्वी पर उसके प्रभाव को दर्शाती है।
नौतपा में क्या करें?
इन नौ दिनों में सूर्य देव को प्रसन्न करने और नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कई कार्य किए जाते हैं:
- सूर्य देव की पूजा: नौतपा के दौरान सूर्य देव की उपासना करना अत्यंत शुभ माना जाता है। प्रतिदिन सुबह उठकर स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। इससे मन को शांति मिलती है और ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
- दान-पुण्य: स्कंद पुराण के अनुसार, नौतपा के दिनों में दान करना बहुत पुण्यदायी होता है। अन्न, जल, सत्तू, पंखा, घड़ा, मौसमी फल, वस्त्र, छाता और जूते-चप्पलों का दान करने से ग्रहों के दोष शांत होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
- पक्षियों के लिए जल: इस भीषण गर्मी में पक्षियों के लिए पानी रखना एक नेक कार्य माना जाता है। घर की छत पर या खुले में किसी मिट्टी के बर्तन में पानी भरकर रखने से जीव-जंतुओं को राहत मिलती है और यह शुभ फलदायी होता है।
- हनुमान जी की पूजा: ज्येष्ठ मास में ही भगवान राम और हनुमान जी की भेंट हुई थी, इसलिए इस महीने में बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है। नौतपा के दौरान हनुमान जी की आराधना करने से संकट दूर होते हैं।
नौतपा में क्या न करें?
कुछ कार्य ऐसे भी हैं जिनसे नौतपा के दौरान बचना चाहिए:
- मांगलिक कार्य: प्रचंड गर्मी और आंधी-तूफान की आशंका के कारण, नौतपा के दिनों में विवाह, मुंडन जैसे मांगलिक कार्यों को करने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन दिनों में किए गए शुभ कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं।
- तामसिक भोजन: तामसिक भोजन जैसे मांस-मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, यह सूर्य को कुंडली में कमजोर कर सकता है।
नौतपा का यह समय न केवल अत्यधिक गर्मी का अनुभव कराता है, बल्कि आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इन दिनों में किए गए शुभ कार्य और बरती गई सावधानियां हमारे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
फिल्म /मनोरंजन
ग्वालियर में गैंगवार: पुरानी रंजिश में ताबड़तोड़ फायरिंग, एक की मौत और दूसरा गंभीर
by-Ravindra Sikarwar ग्वालियर, मध्य प्रदेश: सोमवार रात को ग्वालियर में एक भीषण गैंगवार देखने को मिली, जिसमें पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों के बीच...
ऑपरेशन सिंदूर का पाकिस्तान में नुकसान अनुमान से कहीं अधिक: इस्लामाबाद के अपने डोजियर से हुआ खुलासा, 28 ठिकानों पर हुए हमले
by-Ravindra Sikarwar नई दिल्ली: भारत के "ऑपरेशन सिंदूर" के दौरान पाकिस्तान में हुए हमलों का प्रभाव भारतीय सेना द्वारा शुरू में बताई गई संख्या से...
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का अनूठा संकल्प: ‘नो एसी, नो कार’ का पालन
by-Ravindra Sikarwar ग्वालियर, मध्य प्रदेश: ग्वालियर से ताल्लुक रखने वाले मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक बार फिर अपने अनूठे संकल्पों के...
सिक्किम में भयावह भूस्खलन: सेना के कैंप पर कहर, तीन जवान शहीद; अधिकारी और परिवार सहित छह लापता
by-Ravindra Sikarwar गंगटोक, सिक्किम: 2 जून, 2025 की रात सिक्किम के मंगन जिले में लाचेन के पास छातेन में एक विनाशकारी भूस्खलन हुआ, जिसने भारतीय...
एलन मस्क का वेतन: 2024 में टेस्ला से $0 सैलरी लेने वाले एलन मस्क सबसे कम वेतन पाने वाले S&P 500 CEO रहे
by-Ravindra Sikarwar नई दिल्ली: 2024 में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया, जिससे वह S&P 500 कंपनियों के मुख्य...