
छिंदवाड़ा: महाराष्ट्र के चंद्रपुर निवासी सूरज मेश्राम 13 फरवरी 2023 को महादेव यात्रा से लौट रहे थे वही रस्ते में उनका विवाद सतघघरी के पास किन्ही अज्ञात लोगों से हुआ…इन लोगों ने सूरज की जमकर पिटाई की और उसके पास से मोबाइल व चार हजार रुपए छीन भाग गए। घायल सूरज को उसके दोस्त गोलू ने घर पहुँचाया और फिर उसके परिवार वालों ने इलाज के लिए नागपुर एम्स में भर्ती करवाया, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। छिंदवाड़ा पुलिस ने मामले का पता लगते ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। छिंदवाड़ा पुलिस की साइबर टीम ने सूरज के मोबाइल को ट्रेक करना शुरू किया और घटना के दो साल बाद 2025 के महादेव मेले से, सूरज के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों को धार दबोचा। मेला स्थल से पुलिस टीम ने सुभाष पवार, उमेश पवार, सुलेचना पवार, प्रिया पवार को हिरासत में लिया, जो फिर से मेले में आए थे।इन लोगों ने स्वीकार किया कि सूरज के साथ उन्होंने ही मारपीट की थी और पैसे व मोबाइल छीन लिए थे। इसे पुलिस की मेहनत के साथ महादेव का न्याय भी माना जा सकता है कि चौरागढ़ महादेव की जिस यात्रा के बीच आरोपियों ने अधर्म किया, उसकी सजा के लिए सभी वहीं से पकड़े गए। आरोपियों को पकड़ने के लिए छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे और एएसपी अवधेश प्रताप सिंह के कुशल मार्गदर्शन में जुन्नारदेव टीआई राकेश बघेल थाना, थाना प्रभारी माहुलझिर उप निरीक्षक रविन्द्र पवार, उप निरीक्षक मुकेश डोंगरे, प्रधान आरक्षक संदीप चौरसिया, आरक्षक निलेश पाल, अनिल उइके, योगेश रघुवंशी, संतोष धुर्वे, पूर्णिमा वर्मा, सायबर सेल प्रधान आरक्षक नितिन रघुवंशी, आरक्षक आदित्य रघुवंशी की सराहनीय भूमिका रही है ।
इस खबर से यह शिक्षा मिलती है कि कोई भी अपराध करने से पहले डरिए…क्योंकि ईश्वर का न्याय किसी को नहीं बक्शता। ईश्वर के साथ छिंदवाड़ा पुलिस की साइबर टीम भी आपको देख रही है…