
बरेली पुलिस के लिए यह मामला किसी रहस्यमयी जासूसी कहानी से कम नहीं था। एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसकी मौसी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ और फिर उन्हें गोली मार दी गई। लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो मामला पूरी तरह से फर्जी निकला। असली चौंकाने वाली बात ये थी कि कथित पीड़िता ने अपने झूठ को सच साबित करने के लिए किस हद तक जाने की योजना बनाई थी। इस साजिश में शामिल थे—एक नकली डॉक्टर, एक सिक्का और एक बुलेट।
29 मार्च की रात दर्ज हुई थी फायरिंग की सूचना
शहर के पुलिस प्रमुख मनुष पारिख के अनुसार, 29 मार्च की रात बरेली पुलिस को गांधी उद्यान के पास एक महिला को गोली मारे जाने की खबर मिली। अगले दिन, महिला की भतीजी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसमें उसने कहा कि उसकी मौसी एक 300 बेड वाले अस्पताल के पास मेडिकल स्टोर से दवा लेकर बाहर निकल रही थीं, तभी एक काले रंग की कार में सवार पांच लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया। उसके अनुसार, महिला के साथ गैंगरेप किया गया, गोली मारी गई और फिर गांधी उद्यान के पास फेंक दिया गया।
मेडिकल रिपोर्ट ने खोली पोल
पूरे शहर की पुलिस इस घटना की जांच में जुट गई थी, लेकिन जब मेडिकल रिपोर्ट आई, तो पूरा मामला पलट गया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि महिला के शरीर में जो बुलेट पाई गई, वह असल में गोली लगने से नहीं, बल्कि ऑपरेशन कर डाली गई थी। ऑपरेशन के निशान अब भी शरीर पर मौजूद थे।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ भंडाफोड़
पुलिस ने शक गहराने पर घटना स्थल और उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में महिला उस समय ऑटो-रिक्शा में यात्रा करते हुए दिखी, जिस वक्त उसे अगवा किया गया बताया गया था।
जांच में किया कबूलनामा
पूछताछ में महिला ने कबूल किया कि वह पहले भी एक जनप्रतिनिधि और उसके बेटे को ब्लैकमेल कर चुकी है। मामला कोर्ट में लंबित है और जल्द ही फैसला आने वाला है। इससे बचने और फिर से उन्हें फंसाने के इरादे से उसने यह योजना बनाई थी।
बुलेट डलवाने के लिए ली नकली डॉक्टर की मदद
पुलिस के अनुसार, महिला ने जिला अस्पताल के एक कर्मचारी और संजय नगर के एक झोलाछाप डॉक्टर की मदद से बुलेट शरीर में डलवाई। इतना ही नहीं, उसने गर्म सिक्के से शरीर पर निशान बनवाए, ताकि गोली चलने जैसा घाव दिखाई दे।
तीन आरोपी, दो गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक तीन लोग शामिल पाए गए हैं, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश जारी है और जांच अभी भी जारी है।