
उज्जैन: योग गुरु बाबा रामदेव बुधवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचे और विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए। उन्होंने प्रातः काल होने वाली भस्म आरती में शामिल होकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान बाबा रामदेव पूरी तरह से भक्ति के रंग में रंगे नजर आए।
बाबा रामदेव ने नंदी हॉल से भस्म आरती का दर्शन किया और लगातार “जय श्री महाकाल” और “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते रहे। आरती संपन्न होने के बाद, उन्होंने मंदिर परिसर में विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया और भगवान महाकालेश्वर से आशीर्वाद मांगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने इस अवसर पर बताया कि बाबा रामदेव भस्म आरती में सम्मिलित हुए थे। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सत्कार अधिकारी अभिषेक शर्मा, सहायक प्रशासक हिमांशु कारपेंटर और गिरीश तिवारी ने उनका स्वागत और सम्मान किया।
भारत माता की रक्षा की कामना:
दर्शन के पश्चात मीडिया से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने महाकाल मंदिर की महिमा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया के पवित्र अवसर पर पहली बार भगवान महाकाल के दर्शन करके वे अत्यंत प्रसन्न और भावविभोर हैं। उन्होंने योग को एक पवित्र आत्मा और आध्यात्मिक शक्तियों का सबसे बड़ा केंद्र बताया। बाबा रामदेव ने कहा कि भगवान महाकाल अकाल मृत्यु के भय को दूर करने वाले हैं और जीवन में अष्ट सिद्धि तथा नव निधियां प्रदान करते हैं। उन्होंने भगवान महाकाल से भारत माता की रक्षा और देश की प्रगति के लिए प्रार्थना की।
पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा:
हाल ही में पहलगाम में हुई आतंकी घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए बाबा रामदेव ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर लोगों को गोली मारना एक घोर पाप है और भारत सरकार इसका उचित जवाब देगी। उन्होंने पूर्ण विश्वास जताया कि भगवान महाकाल राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों का अंत करेंगे और अंततः सत्य की विजय होगी। इस संदर्भ में उन्होंने भगवद्गीता के प्रसिद्ध श्लोक “परित्राणाय साधूनाम विनाशाय च दुष्कृताम” का उल्लेख करते हुए कहा कि यही शासन का आदर्श होना चाहिए और भारत सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है।
राष्ट्रीय एकता पर जोर:
रायपुर में कांग्रेस द्वारा वायरल की गई एक तस्वीर और उस पर हुई राजनीतिक बयानबाजी पर भी बाबा रामदेव ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता का प्रश्न हो, तो सभी को राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनेता राजनीतिक विषयों पर अलग-अलग विचार रख सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर सभी दलों को एक स्वर में बोलना चाहिए। उत्तर प्रदेश में शहीद जवानों के संदर्भ में अखिलेश यादव के कथित बयान पर अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि चाहे कोई भी किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हो या न हो, देश के 140 करोड़ नागरिक एक हैं। संविधान और लोकतंत्र भी हमें यही सिखाते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर सभी को एकजुट रहना चाहिए।