Official portrait of President Donald J. Trump, Friday, October 6, 2017. (Official White House photo by Shealah Craighead)
Spread the love

भारत पर झूठे इल्जाम लगाने वाले कनाडा पीएम जस्टिन ट्रूडो की आखिर कुर्सी चली ही गई। जस्टिन ट्रूडो ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। इसका मतलब अब अगले चुनाव में वह लिबरल पार्टी का नेतृत्व नहीं करेंगे। इससे कनाडा में अब अगले पीएम की तलाश शुरु हो गई है। इस बीच अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे की घोषणा होते ही कनाडा को अमेरिका में मिलाने की बात दोहरा दी। जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अब कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अपने पुराने प्रस्ताव को दोहराया है।


कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाता है तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा
लिबरल पार्टी अब अंतरिम नेता का चयन करेगी
कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाता है तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा
उन्होंने पहले भी कहा था कि कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाना चाहिए। अगर कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाता है तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा, टैक्स बहुत कम हो जाएगा और उन्हें रूस और चीन के जहाजों के खतरे से पूरी तरह सुरक्षा मिलेगी जो लगातार उन्हें घेरे रहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मिलकर, हम एक महान राष्ट्र बनेंगे!!! बता दें पीएम ट्रूडो को अपने नेतृत्व को लेकर असंतोष का सामना करना पड़ रहा था। पिछले साल के आखिर में वित्त मंत्री के अचानक इस्तीफे से ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार में हलचल मच गई थी। ट्रूडो के इस्तीफे की घोषणा से कुछ समय पहले एक अधिकारी ने बताया था कि संसद 24 मार्च तक निलंबित रहेगी। संसद का सत्र 27 जनवरी को फिर से शुरू होना था।

लिबरल पार्टी अब अंतरिम नेता का चयन करेगी
इस दौरान लिबरल पार्टी के नेतृत्व का चुनाव होगा। ट्रूडो 2015 से कनाडा के पीएम थे और उनके इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी में नए नेता की तलाश शुरू हो गई है। ट्रूडो के इस्तीफे से कनाडा में इस साल चुनाव की संभावना भी बढ़ गई है। इसके पहले ट्रूडो ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था, लेकिन पार्टी ने उन पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया था और चेतावनी दी थी कि अगर वह इस्तीफा नहीं देंगे तो उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी अब पीएम पद पर कार्यभार संभालने के लिए एक अंतरिम नेता का चयन करेगी। इसके साथ ही पार्टी एक विशेष नेतृत्व सम्मेलन भी आयोजित करेगी। यदि चुनाव इससे पहले होते हैं, तो पार्टी को ऐसे पीएम के अधीन काम करना पड़ेगा, जिन्हें पार्टी सदस्य नहीं चुनेंगे। यह कनाडा के इतिहास में पहली बार होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsapp