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रामनवमी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया, जो देश का पहला वर्टिकल-लिफ्ट सी ब्रिज है। इस ब्रिज के नीचे से बड़े पानी के जहाज गुजरेंगे, जबकि ऊपर से ट्रेन 75 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। आइए जानते हैं इसके बारे में और इसकी विशेषताओं के बारे में।

पंबन ब्रिज: एक विशेष उपहार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी के अवसर पर पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया। यह ब्रिज तमिलनाडु राज्य में पंबन द्वीप को भारतीय मुख्यभूमि से जोड़ता है। यह ब्रिज 2.08 किलोमीटर लंबा है और भारत का पहला वर्टिकल-लिफ्ट सी ब्रिज है। इसने 110 साल पुराने पंबन ब्रिज की जगह ली, जो अब रखरखाव की समस्याओं के कारण 2022 में बंद कर दिया गया था। यह ब्रिज कठोर समुद्री परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, और इसका जीवनकाल 58 साल तक होने की उम्मीद है।

पंबन ब्रिज की संरचना और तकनीकी विशेषताएँ
पंबन ब्रिज में 18.3 मीटर के 99 स्पैन हैं, और इसका वर्टिकल लिफ्ट स्पैन 72.5 मीटर का है। इसके नीचे 100 मेहराब हैं, जिनमें से 99 मेहराब 18.3 मीटर ऊंचे हैं, और मध्यवर्ती वर्टिकल मेहराब 72.5 मीटर ऊंचा है। इस ब्रिज के नीचे से बड़े पानी के जहाज आसानी से गुजर सकेंगे, जबकि ऊपर से ट्रेन अपनी गति से दौड़ेगी।

समुद्री परिचालन के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया
यह ब्रिज न केवल रेल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि समुद्री परिचालन के लिए भी खास तरीके से डिज़ाइन किया गया है। इस ब्रिज को बनाने में एंट्री-कोरोजन तकनीक, पॉलीसिलाक्सेन पेंट, एडवांस स्टील और फाइबर रिइंफोर्सड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह ब्रिज अधिक टिकाऊ और दीर्घकालिक रहेगा।

सफर को बनाएगा तेज और आसान
अब पंबन ब्रिज के खुलने से रामेश्वरम पहुंचने में समय कम हो जाएगा। पहले यह सफर लगभग एक घंटे में पूरा होता था, अब इसे सिर्फ 20 मिनट में तय किया जा सकेगा। इस ब्रिज की खासियत यह है कि यह बीच से खुलता है। इसका मतलब यह है कि ऊपर से ट्रेन गुज़रेगी, और जब पानी के जहाज को गुजरने की आवश्यकता होगी तो ब्रिज का हिस्सा खोल दिया जाएगा।

पंबन ब्रिज पर तेज़ रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
यह ब्रिज 2019 में मंजूर हुआ था, और 5 साल की मेहनत के बाद अब यह बनकर तैयार हो गया है। इस ब्रिज पर ट्रेन की गति 75-80 किमी/घंटा होगी। यह ब्रिज रामेश्वरम और मंडपम के बीच रेल कनेक्टिविटी का एकमात्र रास्ता होगा।

पंबन ब्रिज से बढ़ेगा पर्यटन और व्यापार
550 करोड़ रुपये की लागत से बने इस ब्रिज से न केवल समुद्री व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन भी बढ़ेगा। पंबन ब्रिज का अनुभव यात्रियों के लिए बेहद रोमांचक होगा, क्योंकि यहां से गुजरते हुए एक अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा।

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