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रायपुर/अभनपुर: रायपुर जिले के अभनपुर में भारतमाला सड़क परियोजना के तहत कार्यरत शालीमार कंस्ट्रक्शन कंपनी के कैंप में रविवार शाम एक हृदयविदारक घटना घटी। खाना बनाते समय गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण हुए भीषण विस्फोट और आगजनी में उत्तर प्रदेश के दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे ने निर्माण स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है।

हादसे का शिकार हुए मजदूर:
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वाले मजदूरों की पहचान फरमान अली (उम्र अज्ञात) और शहदाब अली (उम्र अज्ञात) के रूप में हुई है। दोनों ही उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के रहने वाले थे। वहीं, उनका तीसरा साथी बिलाल अली इस हादसे में बाल-बाल बच गया, जिसे मामूली चोटें आई हैं। इस दुखद खबर से मृतकों के परिवारों में मातम पसर गया है।

कैसे हुआ हादसा:
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार शाम करीब 6:30 बजे बिलाल अली, फरमान अली और शहदाब अली कंस्ट्रक्शन कैंप में रखे एक कंटेनर के बाहर खाना बना रहे थे। अचानक मौसम बिगड़ने और बारिश शुरू होने के कारण, वे जलते हुए गैस सिलेंडर को लेकर कंटेनर के अंदर चले गए। कंटेनर के भीतर खाना बनाते समय अचानक सिलेंडर में रिसाव होने लगा और देखते ही देखते आग फैल गई।

बताया जा रहा है कि कंटेनर का सामने का दरवाजा सिलेंडर के बिल्कुल पास था, जबकि पीछे का दरवाजा बाहर से बंद था। इस वजह से तीनों मजदूर अंदर ही फंस गए। आग और धुएं के कारण वे जल्द ही बेहोश होने लगे। किसी तरह हिम्मत दिखाते हुए बिलाल अली ने कंटेनर की खिड़की तोड़ दी और मदद के लिए शोर मचाया। आसपास के लोगों ने तुरंत पहुंचकर उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक फरमान और शहदाब आग और धुएं की चपेट में आकर दम तोड़ चुके थे।

पुलिस की तत्परता और जांच:
घटना की सूचना मिलते ही अभनपुर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। घायल बिलाल अली को प्राथमिक उपचार दिया गया है। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस हादसे के सही कारणों का पता लगाने में जुटी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में सिलेंडर लीकेज को ही इस भयावह दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है।

मृतक मजदूरों के परिवारों पर दुखों का पहाड़:
अमरोहा जिले के कबीरपुर गांव में फरमान अली और शहदाब अली की मौत की खबर पहुंचते ही कोहराम मच गया। फरमान अपने तीन छोटे बच्चों के पिता थे और अपने चार भाइयों में सबसे बड़े थे। दुख की बात यह है कि उनके एक भाई की पहले ही करंट लगने से मौत हो चुकी है।

वहीं, शहदाब अपने परिवार के मुखिया थे। उनके पिता का पहले ही निधन हो चुका था और उनकी चार बहनों की शादी की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। गांव के ही आसिफ ने बताया कि दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन तत्काल रायपुर के लिए रवाना हो गए हैं।

पुलिस का बयान और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:
ब्रजघाट पुलिस चौकी प्रभारी नितेंद्र वशिष्ठ ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें युवकों की मौत की सूचना मिली है और उनके परिजन रायपुर पहुंच रहे हैं। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।

इस दर्दनाक हादसे ने निर्माण कैंपों में मजदूरों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों और सुरक्षा मानकों के पालन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना दर्शाती है कि निर्माण स्थलों पर सुरक्षा को लेकर और अधिक सतर्कता और कड़े नियमों की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की त्रासद घटनाओं को रोका जा सके। मृतकों के परिवारजनों को गहरा दुख है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।

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