
कुरूडीह (छत्तीसगढ़): कुरूडीह गांव में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में तीन मासूम बालक बिजली की चपेट में आ गए हैं, जिससे उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए पूरे प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें तेज हवाओं और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
हादसे का विवरण:
मिली जानकारी के अनुसार, यह दर्दनाक घटना कुरूडीह गांव में हुई। बिजली की चपेट में आने वाले बालकों की पहचान मनीष कश्यप (14 वर्ष) और लोकेश कुमार कर्ष (13 वर्ष) के रूप में हुई है, जो गंभीर रूप से झुलस गए हैं। वहीं, उनका एक अन्य साथी भी इस हादसे में अचेत हो गया है। तीनों बालकों की नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर उनकी जान बचाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
हादसे के कारण अज्ञात:
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये तीनों बालक किस परिस्थिति में बिजली की चपेट में आए। स्थानीय लोगों के अनुसार, क्षेत्र में बिजली के तारों की जर्जर स्थिति और सुरक्षा उपायों की कमी पहले से ही चिंता का विषय बनी हुई थी। आशंका जताई जा रही है कि किसी लापरवाही या तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ होगा। पुलिस और स्थानीय प्रशासन घटना की विस्तृत जांच कर रहे हैं ताकि हादसे के सही कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
गांव में शोक और चिंता का माहौल:
इस दर्दनाक घटना के बाद कुरूडीह गांव में शोक और चिंता का माहौल है। तीनों बालक गांव के ही रहने वाले हैं और उनके परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग भी इस घटना से स्तब्ध हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बिजली विभाग की लापरवाही की जांच की जाए और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए।
मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट:
यह दुखद घटना ऐसे समय में हुई है जब मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में अगले चार दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के तहत प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाएं चलने, आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और अपील:
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है और पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जा रही है। जिला प्रशासन के अधिकारी अस्पताल पहुंचकर बालकों के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं और उनके परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें और सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके। बिजली के खंभों और तारों से दूरी बनाए रखने और खराब मौसम में खुले स्थानों पर न रहने की सलाह दी गई है।
कुरूडीह में हुए इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर बिजली सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। यह जरूरी है कि बिजली विभाग जर्जर तारों और अन्य सुरक्षा संबंधी कमियों को जल्द से जल्द दुरुस्त करे ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह के असहनीय दुख का सामना न करना पड़े। फिलहाल, सभी की प्रार्थनाएं बिजली की चपेट में आए तीनों बालकों के साथ हैं, और उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द स्वस्थ होकर अपने घर लौटेंगे।