मंगलुरु, कर्नाटक: कर्नाटक के मंगलुरु में पिछले कुछ घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी वर्षा के कारण हुए घर ढहने की अलग-अलग घटनाओं में एक 10 वर्षीय बच्ची सहित दो लोगों की दुखद मौत हो गई है। इसके अतिरिक्त, तीन अन्य लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान जारी है।
हादसे और मृतकों का विवरण:
पहली घटना देरलकट्टे इलाके के कनकारे गांव में हुई। यहां नौशाद नामक व्यक्ति के घर के पीछे स्थित पहाड़ी का एक हिस्सा और एक दीवार अचानक ढह गई, जिससे घर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में नौशाद की 10 वर्षीय बेटी नईमा की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों को भी चोटें आई हैं।
दूसरी घटना में भी एक घर ढहने से एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, हालांकि उसकी विस्तृत पहचान अभी सामने नहीं आई है।
बचाव कार्य और चुनौती:
स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा राहत दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। मोंटेपदवू क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों के मलबे में दबे होने की आशंका है, जिनके लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। भारी बारिश और जलभराव के कारण बचाव कार्यों में काफी बाधाएं आ रही हैं। कल्लपु जैसे कई निचले इलाकों में 50 से अधिक घरों में पानी भर गया है, और तलपाडी में भी एक घर को काफी नुकसान पहुंचा है, जिससे कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा है।
शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी:
जिले में लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए, दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों के जिला प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों (स्कूलों और कॉलेजों) के लिए शुक्रवार, 30 मई, 2025 को छुट्टी की घोषणा कर दी है। यह निर्णय छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, क्योंकि सड़कों पर जलभराव और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
मौसम विभाग की चेतावनी और अपील:
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने तटीय कर्नाटक में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक न होने पर अपने घरों से बाहर न निकलें, सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें।
यह घटना दर्शाती है कि मानसून-पूर्व की बारिश ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में किस तरह का कहर बरपाया है, और प्रशासन को स्थिति से निपटने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।