
सागर लव जिहाद हिंसा: मध्य प्रदेश के सागर जिले के सानौधा गांव में उस समय तनाव फैल गया जब एक हिंदू युवती को कथित तौर पर एक मुस्लिम युवक द्वारा भगा ले जाने की घटना सामने आई। इसके बाद, “लव जिहाद” का आरोप लगाते हुए दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को हुई इस घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
गुस्साए ग्रामीणों ने एक समुदाय विशेष की दुकानों और घरों को आग के हवाले कर दिया, जिसके कारण पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। वर्तमान में, गांव में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है और स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है।
क्या है सानौधा गांव का मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सानौधा गांव में एक हिंदू युवती की शादी की तैयारियां चल रही थीं। मेहमान आ चुके थे और शनिवार को बारात आने वाली थी। लेकिन शुक्रवार को गांव के ही एक मुस्लिम युवक ने कथित तौर पर युवती को भगा लिया। इस घटना के सामने आने के बाद गांव में हंगामा खड़ा हो गया। एक समुदाय के लोगों ने “लव जिहाद” का आरोप लगाते हुए दूसरे समुदाय के घरों और दुकानों पर हमला कर दिया। आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
आरोपी गिरफ्तार; कांग्रेस का थाने में हंगामा
घटना की गंभीरता को देखते हुए सागर के पुलिस अधीक्षक (SP) और सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) तुरंत हरकत में आए। कलेक्टर संदीप जी आर और बीजेपी विधायक प्रदीप लारिया भी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और गांव की हर गली में गश्त शुरू कर दी। कलेक्टर ने दावा किया है कि स्थिति अब शांतिपूर्ण है और कानून व्यवस्था उनकी पहली प्राथमिकता है।
पुलिस ने युवक और युवती की तलाश शुरू कर दी है। SP ने कहा है कि आरोपी युवक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, युवक पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिससे मामला और भी संवेदनशील हो गया है। पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है, लेकिन तनाव के कारण लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। फिलहाल, आगजनी और पत्थरबाजी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
विधायक ने प्रशासन पर उठाये सवाल
नरयावली से बीजेपी विधायक प्रदीप लारिया ने इस घटना को गंभीर बताते हुए प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “18 अप्रैल को मैंने SP और TI से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन केवल गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया। सानौधा में इस तरह की यह पांचवीं घटना है। हमने पहले भी प्रशासन को चेतावनी दी थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।” लारिया ने आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
गांव में तनाव की स्थिति
दोपहर तक गांव में तनाव का माहौल बना रहा। ग्रामीणों का गुस्सा और दोनों समुदायों के बीच अविश्वास ने स्थिति को और नाजुक बना दिया। हालांकि, पुलिस और प्रशासन सामान्य स्थिति का दावा कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि तनाव अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। गांव में BSF की तर्ज पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।