by-Ravindra Sikarwar
देवास, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहाँ चोरों ने जिला जेल परिसर के भीतर बने सरकारी पुलिस क्वार्टरों को निशाना बनाया। इस घटना में चार पुलिसकर्मियों के आवासों में सेंधमारी कर लाखों रुपये के कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया गया। Zee MPCG ने इस खबर की पुष्टि की है।
घटना का विवरण:
चोरी की यह घटना देवास शहर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में हुई। चोरों ने जिला जेल के ठीक अंदर स्थित पुलिस क्वार्टर में सेंधमारी की। बताया जा रहा है कि जिन चार क्वार्टरों को निशाना बनाया गया, उनमें रहने वाले पुलिसकर्मी या तो ड्यूटी पर थे या छुट्टी पर अपने घर गए हुए थे। इसी बात का फायदा उठाते हुए चोरों ने आसानी से घरों में घुसपैठ की।
पुलिस के अनुसार, चोरों ने ताले तोड़कर घरों के अंदर प्रवेश किया और अलमारियों तथा बक्सों को खंगाल डाला। चोरी गए सामान में नकद रुपये, सोने-चांदी के गहने, और अन्य कीमती सामान शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। चोरी की यह घटना तब सामने आई जब पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी से लौटे या छुट्टी के बाद अपने क्वार्टर में आए।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:
यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर इसलिए क्योंकि चोरी जिला जेल परिसर के भीतर हुई है। एक ऐसे स्थान पर जहाँ उच्च सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए, वहाँ पुलिसकर्मियों के घरों में चोरी हो जाना अपने आप में चिंता का विषय है।
सुरक्षा का उल्लंघन: जिला जेल एक अति-संवेदनशील और उच्च-सुरक्षा क्षेत्र होता है। ऐसे में इस परिसर के भीतर सेंधमारी होना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक को दर्शाता है।
पुलिस आवासों की भेद्यता: यह घटना दर्शाती है कि पुलिसकर्मियों के आवास, भले ही वे सरकारी परिसर में हों, चोरों से सुरक्षित नहीं हैं। इससे पुलिसकर्मियों के बीच भी असुरक्षा की भावना पैदा हो सकती है।
अंदरूनी मिलीभगत की संभावना: कुछ रिपोर्ट्स में यह भी आशंका जताई जा रही है कि चोरों को शायद परिसर की जानकारी थी, या इसमें किसी अंदरूनी व्यक्ति की मिलीभगत हो सकती है, जिसके बिना जेल परिसर के अंदर घुसना और चोरी को अंजाम देना मुश्किल होगा। हालाँकि, पुलिस ने अभी तक इस संबंध में कोई पुष्टि नहीं की है।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की जानकारी मिलते ही सिविल लाइंस थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों व डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 457 (रात में घर में सेंध लगाना) और 380 (चोरी) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
देवास पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय मुखबिरों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
निष्कर्ष:
यह चोरी की घटना न केवल पुलिसकर्मियों के लिए एक व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि यह देवास में सुरक्षा व्यवस्था और अपराध नियंत्रण पर भी गंभीर सवाल उठाती है। पुलिस प्रशासन के सामने अब यह चुनौती है कि वे जल्द से जल्द इस वारदात का खुलासा करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करें।