Spread the love

धमतरी, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के सुदूर वनांचलों में रहने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति, कमार समुदाय की बस्तियों तक अब विकास की गाड़ियां सरपट दौड़ने लगी हैं। बाइक से लेकर एम्बुलेंस तक, सरकारी अधिकारियों के वाहनों से लेकर विकास कार्यों के लिए आवश्यक सामग्री ढोने वाले वाहन तक, यहां तक कि दैनिक जरूरतों की पूर्ति के लिए बाजार जाने वाली गाड़ियां और बिजली विभाग के वाहन भी अब कमार बस्तियों तक आसानी से पहुंच रहे हैं। यह सब संभव हो पाया है प्रधानमंत्री जनमन योजना (PM-JANMAN) की बदौलत, जिसने इन दुर्गम क्षेत्रों की तस्वीर बदल दी है।

प्रधानमंत्री जनमन योजना: एक परिचय
प्रधानमंत्री जनमन योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका शुभारंभ 15 नवंबर 2023 को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (Particularly Vulnerable Tribal Groups – PVTGs) का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। यह योजना PVTG समुदायों को मूलभूत सुविधाएं जैसे आवास, स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा, स्वच्छ पेयजल, बिजली, सड़क संपर्क, आजीविका के अवसर और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है, ताकि इन समुदायों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।

धमतरी में सड़कों का जाल: दो चरणों में 36 सड़कें
धमतरी जिले में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत कमार बस्तियों तक पक्की सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत दो चरणों में कुल 36 पक्की सड़कों के निर्माण के लिए 43 करोड़ 31 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें से सात सड़कें बनकर पूरी हो चुकी हैं, जबकि शेष स्वीकृत सड़कों पर काम तेजी से चल रहा है।

किसी भी क्षेत्र के विकास में सड़कों की अहम भूमिका होती है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह सोच धमतरी के कमार बहुल वनांचलों में साकार होती दिख रही है। सड़कों के बन जाने से न केवल लोगों की पहुंच बढ़ी है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य आधारभूत सुविधाएं भी आसानी से घर-घर तक पहुंच रही हैं। कमार बसाहटों में रहने वाले लोगों को अब बारिश के दिनों में कीचड़ भरी कच्ची सड़कों पर चलने की मजबूरी से निजात मिल गई है।

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत पहले चरण में 29 किलोमीटर से अधिक लंबाई की 10 सड़कों के लिए 15 करोड़ 84 लाख रुपये और दूसरे चरण में लगभग 56 किलोमीटर लंबाई की 26 सड़कों के लिए 27 करोड़ 47 लाख रुपये की मंजूरी दी है।

पूर्ण हुई प्रमुख सड़कें:

  • उमरगांव से पठार तक: 1.80 किलोमीटर
  • कोरेमुड़ा से कमारपारा तक: लगभग 1 किलोमीटर
  • मुख्य सड़क से बरकोन्हा-बगरूमनाला होकर आमापारा तक: 4.63 किलोमीटर
  • छिंदभर्री-बीजापुर मुख्य सड़क से फुड़हरधाप-हितली तक: 4.63 किलोमीटर
  • माकरदोना से कमारपारा राजीवनगर तक: 1.10 किलोमीटर
  • कुकरेल-कांटाकुर्रीडीह मुख्य सड़क से बहनापथरा तक: 1.5 किलोमीटर
  • बेलोरा से कमारपारा तक: 2.80 किलोमीटर

कमार समुदाय के लिए नई सुबह
कमार समाज के प्रमुख बुधलाल कमार ने बताया कि इन सड़कों के बनने से कमार समुदाय के लोगों को आवागमन में अभूतपूर्व सुविधा मिली है। उन्होंने बताया कि वनांचल क्षेत्र में पहले कच्ची सड़कों के कारण ग्रामीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बारिश के दिनों में किसी के बीमार पड़ने पर एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती थी, जिससे मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाने में देरी हो जाती थी। बच्चों को स्कूल जाने में भी कठिनाई होती थी। तेल, सब्जी, नमक जैसी दैनिक जरूरत की वस्तुओं को बाजार से लाने में भी काफी परेशानी होती थी।

बुधलाल ने आगे बताया कि खराब सड़क मार्ग के कारण सरकारी अधिकारी-कर्मचारी भी इन कमार बस्तियों तक बहुत कम ही पहुंच पाते थे, जिससे कमार जनजाति के लोग शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने में भी पिछड़ रहे थे। लेकिन अब सड़कें बन जाने से कमार बसाहटों तक पहुंच आसान हो गई है। सड़कों पर गाड़ियां दौड़ने लगी हैं, और पुरानी सभी समस्याओं का समाधान हो गया है। प्रधानमंत्री जनमन योजना ने वास्तव में धमतरी के वनांचलों में कमार समुदाय के लिए एक नई सुबह लाई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsapp