by-Ravindra Sikarwar
बेंगलुरु: बेंगलुरु में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला ने केरल के दो मंदिर के पुजारियों पर ब्लैकमेलिंग और जबरन वसूली का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक पुजारी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा फरार बताया जा रहा है। यह घटना धार्मिक संस्थानों से जुड़े लोगों पर उठे सवालों को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गई है।
मामले का विवरण:
पीड़ित महिला, जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई है, ने बेंगलुरु पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में, महिला ने आरोप लगाया है कि केरल के एक प्रसिद्ध मंदिर से जुड़े ये दो पुजारी उसे लंबे समय से ब्लैकमेल कर रहे थे। महिला का दावा है कि पुजारियों के पास उसकी कुछ निजी तस्वीरें या संवेदनशील जानकारी थी, जिसका इस्तेमाल वे उसे डराने-धमकाने और उससे पैसे ऐंठने के लिए कर रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, महिला ने पुलिस को बताया कि पुजारियों ने उसे इन तस्वीरों/जानकारी को सार्वजनिक करने की धमकी दी थी यदि उसने उनकी माँगें पूरी नहीं कीं। ब्लैकमेलिंग के इस जाल में फँसकर महिला ने कथित तौर पर उन्हें कई बार मोटी रकम दी। हालांकि, जब उनकी माँगें बढ़ती गईं और महिला आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान हो गई, तो उसने आखिरकार पुलिस से संपर्क करने का फैसला किया।
पुलिस की कार्रवाई:
शिकायत दर्ज होने के तुरंत बाद, बेंगलुरु पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों और महिला द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, पुलिस ने केरल में एक मंदिर के पास से एक आरोपी पुजारी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार पुजारी से पूछताछ की जा रही है ताकि मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके और दूसरे आरोपी का पता लगाया जा सके। पुलिस ने फरार दूसरे पुजारी की तलाश के लिए भी टीमें गठित की हैं।
धार्मिक संस्थानों पर असर और प्रतिक्रिया:
इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक संस्थानों और उनसे जुड़े व्यक्तियों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम तौर पर लोग पुजारियों और धार्मिक गुरुओं पर विश्वास करते हैं, और ऐसे आरोप उनके प्रति आस्था को हिला सकते हैं।
केरल में जिस मंदिर से ये पुजारी कथित तौर पर जुड़े थे, उस मंदिर प्रबंधन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन उम्मीद है कि वे जल्द ही इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे। यह घटना न केवल ब्लैकमेलिंग के एक आपराधिक कृत्य को दर्शाती है, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों के क्षरण पर भी चिंताएं बढ़ाती है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की ब्लैकमेलिंग या जबरन वसूली का सामना करना पड़ता है, तो वे बिना किसी डर के तुरंत कानूनी सहायता लें। इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस जल्द ही अन्य विवरण साझा करने की उम्मीद कर रही है।