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BY: Yoganand Shrivastva

ग्वालियर निवासी जिम ट्रेनर सूरज शर्मा की दुबई में रहस्यमयी हालात में मौत के बाद रविवार को जब उसका शव 23 दिन बाद घर पहुंचा, तो मां और पत्नी बेसुध होकर गिर पड़ीं। शव की स्थिति इतनी खराब थी कि उसे पहचानना भी मुश्किल था—सिर, चेहरा और एक हाथ बुरी तरह कुचला हुआ था

अचानक टूट गया परिवार का सहारा

ग्वालियर की सैनिक कॉलोनी में रहने वाला 32 वर्षीय सूरज शर्मा एक सामान्य जिम ट्रेनर था, जिसने लॉकडाउन के दौरान नौकरी छूटने के बाद यह पेशा अपनाया। मई में वह तीसरी बार दुबई काम के सिलसिले में गया था। 23 मई को दुबई पहुंचने के तीन दिन बाद ही 26 मई को एक कथित सड़क हादसे में उसकी जान चली गई।

परिजनों को सूरज की मौत की जानकारी 17 जून को एक सोशल वर्कर द्वारा ईमेल के ज़रिए मिली। मेल में पासपोर्ट और फोटो अटैच थे, लेकिन न कोई आधिकारिक पुष्टि, न ही तत्काल कोई रिपोर्ट।


शव की हालत और इंतज़ार ने तोड़ दिया परिवार

रविवार को जब इंद्रमणि नगर मुक्तिधाम में सूरज का अंतिम संस्कार किया गया, तब तक शव पूरी तरह सड़ चुका था। मृतक के भाई नीतेश शर्मा का कहना है कि शव देखकर लग रहा था जैसे उसे तेज रफ्तार किसी भारी वाहन ने कुचला हो

सिर्फ यही नहीं—परिजन ने आरोप लगाया है कि:

  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक नहीं भेजी गई
  • मोबाइल, न लगेज मिला
  • 26 मई को मौत, लेकिन 23 दिन बाद जानकारी
  • एक सोशल वर्कर की मदद से ही शव 5 दिन में भारत आ सका

इन सब कारणों से परिवार को शक है कि सूरज की मौत एक साधारण दुर्घटना नहीं थी, बल्कि कुछ छिपाने की कोशिश की गई।


मदद के लिए दर-दर भटके, लेकिन…

सूरज के पिता आर्मी से रिटायर्ड कृष्णा शर्मा और पत्नी चेतना शर्मा ने शव लाने के लिए हर दरवाज़ा खटखटाया।

  • दिल्ली स्थित दूतावास से कोई मदद नहीं मिली
  • किसी जनप्रतिनिधि ने बात तक नहीं की
  • केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से संपर्क के बाद शव भेजा गया, लेकिन सवाल अब भी कायम हैं

आखिरी बातचीत और भावुक मां

सूरज की मां जनश्री ने बताया कि 25 मई की रात को पत्नी चेतना से फोन पर आखिरी बार बातचीत हुई थी। इसके बाद सूरज का मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा।
17 जून को साइबर सेल पुलिसकर्मी घर पहुंचे और बताया कि सूरज की मौत हो गई है।

मां जनश्री बेटे की बचपन से शादी तक की तस्वीरें दिखाकर रोती रहीं। वहीं पत्नी चेतना का रो-रोकर बुरा हाल था।


सवालों के घेरे में है यह ‘हादसा’

परिवार का साफ कहना है कि:

  • इतनी देरी क्यों हुई जानकारी देने में?
  • कोई दस्तावेज या मेडिकल रिपोर्ट क्यों नहीं दी गई?
  • सभी सामान क्यों नहीं लौटा?

परिजन चाहते हैं कि इस मामले की भारत सरकार उच्च स्तरीय जांच कराए ताकि सच्चाई सामने आ सके और अगर सूरज की मौत में किसी की लापरवाही या साजिश है, तो उसे बेनकाब किया जा सके।


सूरज कौन था?

  • सूरज शर्मा ने 12वीं तक पढ़ाई की थी
  • मार्च 2020 में शादी की, एक 4 साल का बेटा है
  • दुबई वह पहले भी दो बार जा चुका था
  • इस बार वहां पहुंचने के तीन दिन के भीतर मौत हो गई

सूरज शर्मा की मौत ने सिर्फ एक परिवार को उजाड़ा नहीं, बल्कि विदेश में काम करने वालों की सुरक्षा व्यवस्था, राजनयिक मदद और पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि क्या इस परिवार को इंसाफ मिलेगा या यह भी एक ‘अनसुलझा हादसा’ बनकर रह जाएगा।

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