सुप्रीम कोर्ट ने 7 जनवरी 2025 को आसाराम को चिकित्सा आधार पर 31 मार्च 2025 तक अंतरिम जमानत प्रदान की है। आसाराम वर्तमान में जोधपुर सेंट्रल जेल में अपने ही गुरुकुल की एक छात्रा से यौन दुराचार के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। उनकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए, उन्हें जोधपुर के भगत की कोठी स्थित आरोग्य चिकित्सा केंद्र में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने जमानत के दौरान कुछ शर्तें निर्धारित की हैं
आसाराम को निर्देश दिया गया है कि वे सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करेंगे और न ही गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे।
उनकी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती के आदेश भी दिए गए हैं।
आसाराम की उम्र 85 वर्ष है और वे दिल के मरीज हैं; उन्हें पूर्व में हार्ट अटैक भी आ चुका है। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी चिकित्सा आधार पर जमानत याचिका को खारिज कर दिया था और उन्हें जेल में रहकर ही इलाज कराने का निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि आसाराम को 2018 में जोधपुर की एक अदालत ने अपने आश्रम में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने के आरोप में दोषी ठहराया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।