by-Ravindra Sikarwar
मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में आज जबरदस्त उछाल देखने को मिला, जहाँ प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 ने 25,100 का स्तर पार कर लिया, वहीं बीएसई सेंसेक्स 400 से अधिक अंकों की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। यह तेजी वैश्विक सकारात्मक संकेतों और घरेलू स्तर पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के हालिया नीतिगत फैसलों से प्रेरित है।
आज बाजार की मुख्य बातें:
- निफ्टी 50 (Nifty 50): नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50, आज शुरुआती कारोबार में 25,100 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया। खबर लिखे जाने तक यह 25,128.20 पर लगभग 125 अंक या 0.50% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था।
- बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex): बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स भी आज मजबूती के साथ खुला और 82,577.77 पर लगभग 389 अंक या 0.47% की बढ़त दिखा रहा था।
तेजी के प्रमुख कारण और विश्लेषणात्मक रिपोर्ट:
- आरबीआई का ‘मौद्रिक हथकंडा’ (Monetary Bazooka): शुक्रवार को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा लिए गए अप्रत्याशित नीतिगत फैसलों ने बाजार में उत्साह भर दिया है। आरबीआई ने रेपो दर में 50 आधार अंकों (bps) की कटौती कर इसे 5.5% कर दिया, साथ ही कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में भी 100 आधार अंकों की बड़ी कटौती की घोषणा की। यह कटौती चार समान किस्तों में नवंबर 2025 तक लागू होगी, जिससे दिसंबर 2025 तक वित्तीय प्रणाली में ₹2.5 ट्रिलियन (2.5 लाख करोड़ रुपये) की अतिरिक्त तरलता आने की उम्मीद है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि आरबीआई द्वारा शुक्रवार को “फायर किया गया मौद्रिक हथकंडा” निकट भविष्य में बाजार के उत्साह को बनाए रखेगा।
- वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत: आज एशियाई बाजारों में भी मजबूती के साथ शुरुआत हुई। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने की उम्मीदों के साथ-साथ मजबूत अमेरिकी रोजगार आंकड़ों ने वैश्विक निवेशकों की धारणा को बढ़ावा दिया है। जापान का निक्केई 225 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स लगभग 1% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं, जो व्यापार तनाव में संभावित नरमी पर निवेशकों के आशावाद को दर्शाता है।
- तकनीकी कारक और बाजार संरचना: कई बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि निफ्टी और सेंसेक्स दोनों के तकनीकी चार्ट पर सकारात्मक संकेत दिख रहे हैं। निफ्टी 50 ने दैनिक चार्ट पर एक मजबूत बुलिश कैंडल बनाया है, और यह 25,000-25,100 के व्यापक रेंज के निर्णायक ऊपरी स्तर पर टिका हुआ है। साप्ताहिक चार्ट पर भी एक लंबी बुलिश कैंडल बनी है, जो आगे की तेजी की संभावना को दर्शाती है। बैंक निफ्टी ने भी अपने छह सप्ताह के समेकन चरण (consolidation phase) से बाहर निकलकर नए सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ है, जो वित्तीय क्षेत्र में मजबूत गति का संकेत है।
- सेक्टोरल प्रदर्शन: आज के शुरुआती कारोबार में लगभग सभी 13 प्रमुख सेक्टर्स में बढ़त देखने को मिल रही है। वित्तीय और निजी बैंकों जैसे भारी भरकम सेक्टरों में लगभग 1% की तेजी आई है। छोटे और मझोले शेयरों (Small and Mid-Cap stocks) में भी खरीदारी का रुझान दिख रहा है, जो व्यापक बाजार की भागीदारी को दर्शाता है। निफ्टी आईटी और निफ्टी पीएसयू बैंक सूचकांक भी क्रमशः 0.63% और 1.23% की बढ़त के साथ खुले हैं।
आगे की राह और चुनौतियाँ:
हालांकि आज बाजार में जबरदस्त उत्साह है, लेकिन विश्लेषक कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर नजर रखने की सलाह दे रहे हैं:
- आय वृद्धि (Earnings Growth): वी.के. विजयकुमार के अनुसार, आरबीआई के मौद्रिक कदम अल्पकालिक रैली को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। आय वृद्धि में रुझान अधिक महत्वपूर्ण है। चौथी तिमाही के नतीजे मिडकैप कंपनियों के लिए बेहतर आय वृद्धि का संकेत देते हैं, लेकिन लार्ज और स्मॉल कैप अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2026 के लिए आय में दोहरे अंकों की वृद्धि आवश्यक है ताकि बाजार मजबूत बना रहे और ऊपर की ओर बढ़ सके।
- उच्च मूल्यांकन (High Valuations): भारतीय बाजारों में उच्च मूल्यांकन एक चिंता का विषय बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान मूल्यांकन स्तरों पर आगे की रैली के लिए बहुत अधिक जगह नहीं है, जब तक कि राजस्व और आय में उल्लेखनीय तेजी न आए।
- मैक्रोइकोनॉमिक संकेतक: निवेशक आगे चलकर महत्वपूर्ण मैक्रोइकोनॉमिक संकेतकों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति जैसे उच्च-आवृत्ति संकेतकों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी ताकि मांग के रुझान और केंद्रीय बैंक के अगले कदमों का पता लगाया जा सके।
- मानसून और कृषि बुवाई: मानसून की प्रगति और कृषि बुवाई के पैटर्न पर भी नजर रखी जाएगी, क्योंकि ग्रामीण खर्च पर उनका सीधा प्रभाव पड़ता है।
संक्षेप में, आज भारतीय शेयर बाजार आरबीआई की साहसिक नीतियों, मजबूत वैश्विक संकेतों और अनुकूल तकनीकी कारकों के दम पर उत्साह में है। निफ्टी का 25,100 के पार जाना और सेंसेक्स में मजबूत उछाल निवेशकों के लिए सकारात्मक खबर है, लेकिन भविष्य में आय वृद्धि और अन्य मैक्रोइकोनॉमिक कारकों पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।