
ग्वालियर, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में बीती रात एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जहां एक मैरिज गार्डन के बाहर से एक तीन साल की मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया गया। इस घटना से शहर में दहशत फैल गई, लेकिन ग्वालियर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लगभग 50 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर मात्र तीन घंटे के भीतर बच्ची को सकुशल ढूंढ निकाला और उसे उसके परिवार को सौंप दिया।
यह घटना कंपू थाना क्षेत्र के गुडागुढी का नाका इलाके में स्थित बाबा मैरिज गार्डन में घटित हुई। मंगलवार रात मैरिज गार्डन में एक शादी समारोह चल रहा था, जिसमें एक परिवार अपनी तीन वर्षीय बच्ची के साथ शामिल होने आया था। रात करीब 11:30 बजे, बच्ची अचानक लापता हो गई। जब परिवार के सदस्यों ने बच्ची को आसपास ढूंढा और वह नहीं मिली, तो उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
घटना की गंभीरता को समझते हुए, कंपू थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर मैरिज गार्डन और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में मैरिज गार्डन के बाहर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में एक युवक बच्ची को गोद में उठाकर ले जाते हुए दिखाई दिया।
इसके बाद, ग्वालियर पुलिस ने बच्ची और अपहरणकर्ता की तलाश तेज कर दी। पुलिस टीमों को शहर के विभिन्न रास्तों और चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगालने के काम में लगाया गया। पुलिस ने मैरिज गार्डन से निकलने वाले सभी संभावित रास्तों पर कड़ी निगरानी रखी और लगभग 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया।
पुलिस की तत्परता और तकनीकी सहायता के चलते, उन्हें आखिरकार सफलता मिली। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अपहरणकर्ता की पहचान कर ली और उनके संभावित ठिकाने का पता लगा लिया। इसके बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उस स्थान पर दबिश दी और बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने नशे की हालत में धुत अपहरणकर्ता को भी गिरफ्तार कर लिया।
कंपू थाना पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि अपहरण के motive का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी ने मैरिज गार्डन में बच्ची को अकेला देखकर उसे उठा लिया था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी बच्ची के परिवार को जानता था या यह अपहरण सिर्फ एक मौकापरस्त हरकत थी।
ग्वालियर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की हर तरफ सराहना हो रही है। मात्र तीन घंटे के भीतर एक अपहृत बच्ची को सकुशल बरामद करना पुलिस की कार्यकुशलता और संवेदनशीलता का प्रमाण है। इस घटना ने एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं और सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों की देखभाल के प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता पर जोर दिया है। पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वे अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।