by-Ravindra Sikarwar
मॉस्को/वाशिंगटन डी.सी.: यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के संदर्भ में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कथित तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ‘पागल’ कहे जाने की खबरों के बाद, रूस ने ट्रम्प की इस टिप्पणी को ‘भावनात्मक’ प्रतिक्रिया करार दिया है। इस घटनाक्रम ने दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में एक नई परत जोड़ दी है और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की जटिलताओं को उजागर किया है।
ट्रम्प की कथित टिप्पणी और उसका संदर्भ:
यह खबर सामने आई है कि निजी बातचीत के दौरान या किसी अनौपचारिक सभा में डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन पर रूस के चल रहे हमलों के मद्देनजर पुतिन की कार्रवाइयों की आलोचना करते हुए उन्हें ‘पागल’ (crazy) बताया। हालांकि, ट्रम्प की ओर से इस टिप्पणी की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अमेरिकी मीडिया में यह खबर व्यापक रूप से प्रसारित हुई है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के दौरान और उसके बाद भी पुतिन के प्रति अक्सर एक लचीला रुख दिखाया है, जिससे यह कथित टिप्पणी कुछ विश्लेषकों के लिए अप्रत्याशित हो सकती है। हालांकि, यूक्रेन युद्ध के बाद, कई पश्चिमी नेताओं और राजनेताओं ने पुतिन के कार्यों की कड़ी आलोचना की है, और ट्रम्प की यह कथित टिप्पणी उसी व्यापक भावना का हिस्सा हो सकती है।
रूस की प्रतिक्रिया: ‘भावनात्मक’ करार दिया जाना
रूस ने इस कथित टिप्पणी पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इन खबरों को संबोधित करते हुए ट्रम्प की टिप्पणी को ‘भावनात्मक’ (emotional) बताया। पेस्कोव ने सीधे तौर पर यह स्वीकार नहीं किया कि ट्रम्प ने वास्तव में ऐसा कहा था, लेकिन उन्होंने कहा कि यदि ऐसी कोई टिप्पणी की गई थी, तो यह मानवीय भावनाओं की उपज थी और इसका बहुत अधिक महत्व नहीं देना चाहिए।
पेस्कोव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह एक भावनात्मक प्रतिक्रिया हो सकती है। हर किसी को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है, खासकर जब युद्ध जैसी गंभीर स्थितियाँ हों।” उन्होंने आगे कहा कि “रूस हमेशा तथ्यों और ठोस विश्लेषण पर आधारित कूटनीति में विश्वास करता है, न कि भावनाओं पर।”
यह रूसी प्रतिक्रिया दिलचस्प है क्योंकि यह सीधे तौर पर ट्रम्प की आलोचना करने से बचती है, बल्कि उनकी टिप्पणी को एक भावनात्मक अभिव्यक्ति के रूप में खारिज करती है। यह संभवतः रूस की ओर से ट्रम्प के प्रति एक नरम दृष्टिकोण बनाए रखने का प्रयास है, यह देखते हुए कि भविष्य में अमेरिकी राजनीति में उनकी संभावित भूमिका क्या हो सकती है।
राजनीतिक और कूटनीतिक निहितार्थ:
- अमेरिका-रूस संबंध: यह घटनाक्रम अमेरिका और रूस के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और जटिल करता है। यूक्रेन युद्ध, नाटो का विस्तार, और विभिन्न भू-राजनीतिक मुद्दे दोनों देशों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करते हैं। इस तरह की मौखिक झड़पें विश्वास की कमी को और बढ़ा सकती हैं।
- ट्रम्प का रुख: ट्रम्प की कथित टिप्पणी उनके स्वयं के राजनीतिक आधार और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के लिए भी संकेत दे सकती है। जबकि कुछ उनकी सीधी बात की सराहना कर सकते हैं, अन्य इसे कूटनीतिक रूप से अक्षम्य मान सकते हैं।
- सार्वजनिक धारणा: इस तरह की उच्च-स्तरीय टिप्पणियां जनता की धारणा को प्रभावित करती हैं। पुतिन को ‘पागल’ कहने की खबर पश्चिमी देशों में पुतिन की छवि को और नकारात्मक बना सकती है, जबकि रूस में इसे पश्चिमी नेताओं की शत्रुता के प्रमाण के रूप में देखा जा सकता है।
निष्कर्ष:
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा व्लादिमीर पुतिन को ‘पागल’ कहने की कथित खबर और रूस द्वारा इसे ‘भावनात्मक’ प्रतिक्रिया बताए जाने का घटनाक्रम, वर्तमान वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों की एक और कड़ी है। यह दर्शाता है कि यूक्रेन युद्ध ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को कितना जटिल बना दिया है, जहाँ शब्दों का भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है। यह देखना बाकी है कि इस तरह की टिप्पणियां लंबी अवधि में दोनों देशों के बीच संबंधों को कैसे प्रभावित करती हैं।