Spread the love

by-Ravindra Sikarwar

मुंबई: अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Reliance Infrastructure Ltd. – Reliance Infra) ने वित्तीय चुनौतियों से उबरते हुए एक महत्वपूर्ण वित्तीय बदलाव दर्ज किया है। कंपनी ने मार्च 2025 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) में ₹4,387 करोड़ का प्रभावशाली शुद्ध लाभ (Profit After Tax – PAT) दर्ज किया है। यह प्रदर्शन कंपनी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है, क्योंकि पिछले कई तिमाहियों से कंपनी लगातार घाटे में चल रही थी।

वित्तीय संकट से वापसी की कहानी:
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, जो मुख्य रूप से बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन, सड़क निर्माण और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में संलग्न है, हाल के वर्षों में गंभीर वित्तीय दबाव और भारी कर्ज के बोझ से जूझ रही थी। कंपनी ने अपने कर्ज को कम करने और अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए विभिन्न रणनीतिक कदम उठाए थे, जिनमें प्रमुख परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण (monetization) और ऋण पुनर्गठन शामिल थे। इस तिमाही में दर्ज किया गया भारी लाभ इन प्रयासों के परिणाम को दर्शाता है और कंपनी के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत देता है।

लाभ का संभावित कारण:
₹4,387 करोड़ के इतने बड़े शुद्ध लाभ का मुख्य कारण आमतौर पर कंपनी द्वारा की गई परिसंपत्ति बिक्री, किसी बड़े मुकदमे के निपटारे से मिली एकमुश्त आय (one-time gain), या महत्वपूर्ण ऋण पुनर्गठन के माध्यम से ब्याज लागत में उल्लेखनीय कमी हो सकती है। कंपनी ने अपनी विभिन्न गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों और परियोजनाओं की बिक्री करके कर्ज चुकाने पर ध्यान केंद्रित किया है, और यह उच्च लाभ इसी तरह के किसी बड़े लेनदेन का परिणाम हो सकता है। यह दर्शाता है कि कंपनी की वित्तीय इंजीनियरिंग और रणनीतिक निर्णय अब सकारात्मक परिणाम दे रहे हैं।

कंपनी और समूह के लिए निहितार्थ:
इस लाभदायक तिमाही से रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर की वित्तीय स्थिति में जबरदस्त सुधार होगा। यह कंपनी को शेष ऋणों को चुकाने और अपनी बैलेंस शीट को और मजबूत करने की क्षमता प्रदान करेगा। यह प्रदर्शन न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे अनिल अंबानी समूह के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो वित्तीय चुनौतियों के दौर से गुजर रहा है। निवेशकों का विश्वास फिर से बहाल हो सकता है, जिससे कंपनी के शेयर मूल्य और बाजार धारणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।

यह उपलब्धि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को भविष्य की विकास योजनाओं के लिए एक मजबूत स्थिति में रखती है और इसे नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में भाग लेने के लिए आवश्यक वित्तीय लचीलापन प्रदान कर सकती है। यह कंपनी के लिए स्थिरता और विकास के एक नए चरण की शुरुआत का प्रतीक है, जो भारतीय बुनियादी ढांचा क्षेत्र में इसकी भूमिका को पुनः स्थापित कर सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsapp