रमजान का पाक महीना आज से शुरू हो गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह माह आत्म-चिंतन, आभार और भक्ति का प्रतीक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि रमजान समाज में शांति और सौहार्द लेकर आए। साथ ही, उन्होंने इस महीने के करुणा, दया और सेवा के मूल्यों को आत्मसात करने की अपील की।
रमजान का महत्व
इस्लाम धर्म में रमजान का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं और खुदा की इबादत में लीन रहते हैं। रमजान इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है।
इस महीने की खासियत
इस्लामिक मान्यता के अनुसार, पवित्र कुरान के अवतरण की शुरुआत रमजान की एक रात से हुई थी, जिसे ‘लयलतुल कद्र’ या ‘शब-ए-कद्र’ कहा जाता है। इस रात के बाद से पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) पर कुरान की आयतें नाजिल होती रहीं और यह सिलसिला उनकी जिंदगी के अंत तक जारी रहा।
माफी और इबादत का महीना
रमजान की शुरुआत और समापन चांद देखने के आधार पर तय होता है। इस महीने के समापन के बाद ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाया जाता है। इसे मगफिरत यानी माफी का महीना भी कहा जाता है, जिसमें लोग अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और नेकियों की राह पर चलते हैं। इस पवित्र महीने का पूरे मुस्लिम समाज में बहुत सम्मान किया जाता है और इसकी तैयारियां पहले से शुरू हो जाती हैं।