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महाराष्ट्र: पुणे शहर में स्थित स्वारगेट बस डिपो में एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाड़े पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इस घटना के मद्देनजर राज्य परिवहन विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। यह बैठक मंत्रालय में दोपहर 12 बजे आयोजित की जाएगी, जिसमें राज्य के सभी बस डिपो की सुरक्षा पर चर्चा होगी।

परिवहन विभाग ने मांगी रिपोर्ट
बैठक के दौरान, पुणे परिवहन विभाग के प्रमुख को सात दिनों के भीतर स्वारगेट बस डिपो में हुई इस घटना की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया जा सकता है।

क्या है पूरा मामला?
मंगलवार सुबह, पुणे के स्वारगेट बस डिपो में खड़ी एक बस में 26 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म की घटना हुई। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी दत्तात्रेय गाड़े (36) पर पहले से ही चोरी और चेन स्नैचिंग के कई मामले दर्ज हैं।

पीड़िता के अनुसार, वह सुबह करीब 5:45 बजे फलटण जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। तभी आरोपी ने ‘दीदी’ कहकर उससे बात की और कहा कि सतारा के लिए बस दूसरे स्टैंड पर है। इसके बाद, वह महिला को एक खाली ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया। चूंकि बस के अंदर लाइट बंद थी, महिला पहले अंदर जाने से झिझकी, लेकिन आरोपी ने उसे विश्वास दिलाया कि यह सही बस है। जैसे ही वह बस में चढ़ी, आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और फरार हो गया।

सीसीटीवी फुटेज खगालने पर हो सकी आरोपी की पहचान
पुलिस ने बस डिपो के सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपी की पहचान की। डीसीपी पाटिल के अनुसार, सीसीटीवी में महिला आरोपी के साथ बस की ओर जाती हुई दिखाई दे रही है। हालांकि, घटना के तुरंत बाद पीड़िता फलटण जाने वाली बस में बैठ गई। रास्ते में उसने अपने दोस्त को फोन कर घटना के बारे में बताया, जिसके कहने पर वह थाने पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई।

आरोपी को तलाशने पुलिस की आठ टीमें घटित की गई
आरोपी को पकड़ने के लिए आठ विशेष टीमें बनाई हैं। इसके अलावा, खोजी कुत्तों की सहायता भी ली जा रही है। डीसीपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही शिरुर और शिकारपुर थानों में मामले दर्ज हैं।

सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव के आदेश
इस घटना के बाद, महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने स्वारगेट बस डिपो में तैनात सभी 23 सुरक्षा गार्ड को हटाने का निर्देश दिया है। उन्होंने एमएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक विवेक भीमनवार को घटना की विभागीय जांच कर सात दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। यदि किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है, तो डिपो प्रबंधक और बस अड्डा प्रभारी को निलंबित किया जाएगा।

महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को मुंबई में एमएसआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें ठोस निर्णय लिए जाने की संभावना है।

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