
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की हाल ही में संपन्न हुई ब्राजील यात्रा ने भारत और ब्राजील के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग के नए द्वार खोले हैं। इस यात्रा ने सोयाबीन उत्पादन, कृषि मशीनीकरण और आधुनिक कृषि पद्धतियों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी को मजबूत किया है, जिससे भारतीय किसानों को सीधे तौर पर लाभ होगा और वैश्विक खाद्य सुरक्षा को भी नई दिशा मिलेगी।
यात्रा के मुख्य बिंदु:
- 15वीं ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की बैठक में भागीदारी: शिवराज सिंह चौहान ने ब्रासीलिया में आयोजित 15वीं ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने छोटे किसानों के सशक्तिकरण और टिकाऊ कृषि के महत्व पर जोर दिया।
- द्विपक्षीय बैठकें: उन्होंने ब्राजील के कृषि एवं पशुधन मंत्री कार्लोस हेनरिक बैकेटा फेवरो और कृषि विकास एवं पारिवारिक कृषि मंत्री लुईज पाउलो टेक्सेरा के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिनमें कृषि, कृषि-प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
- कृषि व्यापार और तकनीक पर चर्चा: साओ पाउलो में ब्राजील के कृषि व्यवसाय समुदाय के 27 सदस्यों के साथ बैठक में कृषि व्यापार, उत्पादन तकनीक, खाद्य प्रसंस्करण, जैव ईंधन, तकनीकी नवाचार और आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण पर सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श हुआ।
- आधुनिक कृषि तकनीकों का अवलोकन: शिवराज सिंह चौहान ने ब्राजील के सोयाबीन उत्पादन प्लांट, टमाटर के खेत और अन्य संस्थानों का दौरा कर मैकेनाइजेशन, सिंचाई और फूड प्रोसेसिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को करीब से देखा, जिससे भारतीय कृषि को भी प्रेरणा मिल सकती है।
- सोयाबीन और फूड प्रोसेसिंग में साझेदारी: भारत और ब्राजील सोयाबीन उत्पादन और प्रोसेसिंग में निवेश, तकनीक और प्लांट लगाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। इससे भारत में सोया उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा मिल सकता है।
- ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल: शिवराज सिंह चौहान ने ब्रासीलिया स्थित भारतीय दूतावास में ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया, जिससे पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के सम्मान को बढ़ावा मिला।
- भारतीय प्रवासियों से मुलाकात: साओ पाउलो में भारतीय प्रवासियों से मुलाकात कर उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में उनकी भूमिका की सराहना की।
यात्रा के महत्वपूर्ण परिणाम:
- छोटे किसानों का सशक्तिकरण: शिवराज सिंह चौहान ने छोटे किसानों की चिंता को प्रमुखता दी और कहा कि वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए उनका सशक्तिकरण आवश्यक है।
- टिकाऊ और समावेशी कृषि: भारत ने टिकाऊ और समावेशी कृषि के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और “वसुधैव कुटुंबकम्” के भाव के साथ सभी देशों के साथ विश्वास और सहयोग का संदेश दिया।
- तकनीकी सहयोग: ब्राजील के साथ जलवायु अनुकूल सोयाबीन किस्मों, यंत्रीकरण, प्रिसिजन फार्मिंग और सतत कृषि पद्धतियों पर ज्ञान साझाकरण की इच्छा व्यक्त की गई।
- आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण: बायोफ्यूल, बायोएनर्जी और कृषि मशीनरी के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई, जिससे भारतीय किसानों को वैश्विक स्तर की तकनीक मिल सकेगी।
- वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान: दोनों देशों के संयुक्त प्रयासों से वैश्विक खाद्य सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
शिवराज सिंह चौहान का दृष्टिकोण:
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ब्राजील प्रवास के दौरान उन्हें कई तरह के अनुभवों और तकनीकों से समृद्ध होने का अवसर मिला है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और ब्राजील के परस्पर सहयोग से भारतीय किसान सशक्त होंगे और वैश्विक खाद्य सुरक्षा को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखता है, और इस लक्ष्य को प्राप्त करने में कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान होगा।
यह यात्रा भारत-ब्राजील कृषि सहयोग, ब्रिक्स देशों के साथ साझेदारी और भारतीय कृषि में नवाचार व टिकाऊ विकास को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।