ग्वालियर का ऐतिहासिक किला, जो अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, अब निजी स्वामित्व में सौंपे जाने की प्रक्रिया में है। यह किला मध्य प्रदेश की धरोहरों में से एक है और इसका ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है।
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन इस किले के रखरखाव और प्रबंधन को निजी हाथों में देने पर विचार कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य किले के संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देना बताया जा रहा है। हालांकि, इस फैसले को लेकर विभिन्न वर्गों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि यदि किला निजी प्रबंधन में जाएगा तो इसके रखरखाव और सुविधाओं में सुधार होगा, जिससे अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा। वहीं, दूसरी ओर, इतिहासकार और स्थानीय लोग इस फैसले को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि इससे किले की ऐतिहासिक विरासत प्रभावित हो सकती है।
प्रशासन की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन यदि यह योजना लागू होती है, तो यह ग्वालियर किले के इतिहास में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।