by-Ravindra Sikarwar
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में पाँच देशों की यात्रा पर थे, जिसमें घाना और त्रिनिदाद और टोबैगो की हालिया यात्राएँ शामिल हैं। इन दोनों देशों में उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया। इसके बाद वे अर्जेंटीना पहुँचे, जहाँ उन्होंने द्विपक्षीय यात्रा की, जो 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री की पहली अर्जेंटीना यात्रा है।
### घाना और त्रिनिदाद और टोबैगो में सम्मान
प्रधान मंत्री मोदी की इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू घाना और त्रिनिदाद और टोबैगो में उन्हें मिले **सर्वोच्च नागरिक सम्मान** थे। यह सम्मान भारत और इन देशों के बीच बढ़ते कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है। इन सम्मानों ने न केवल प्रधान मंत्री मोदी के व्यक्तिगत कद को बढ़ाया, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख को भी दर्शाया।
* **घाना में:** घाना में प्रधान मंत्री मोदी को मिले सम्मान ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक बंधनों को मजबूत किया। भारत और घाना लंबे समय से विकास साझेदारी और व्यापारिक संबंधों में संलग्न रहे हैं। इस यात्रा के दौरान, दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग के नए रास्ते तलाशे और विभिन्न क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
* **त्रिनिदाद और टोबैगो में:** कैरेबियाई राष्ट्र त्रिनिदाद और टोबैगो में प्राप्त सम्मान ने भारत के प्रवासी समुदाय के साथ गहरे संबंधों को उजागर किया। त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों की एक बड़ी आबादी है, और प्रधान मंत्री मोदी की यात्रा ने इस सांस्कृतिक सेतु को और मजबूत किया। चर्चाओं में आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और क्षेत्रीय मुद्दों पर आपसी सहमति शामिल थी।
### अर्जेंटीना में ऐतिहासिक यात्रा
घाना और त्रिनिदाद और टोबैगो के बाद, प्रधान मंत्री मोदी **अर्जेंटीना** पहुँचे। यह यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक थी, क्योंकि 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री की यह पहली अर्जेंटीना यात्रा थी। इससे पहले 1968 में तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने अर्जेंटीना का दौरा किया था।
* **द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा:** प्रधान मंत्री मोदी की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और अर्जेंटीना के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना था। दोनों देश जी-20 समूह के सदस्य हैं और कई वैश्विक मुद्दों पर समान विचार रखते हैं।
* **प्रमुख चर्चाएँ:** अर्जेंटीना में प्रधान मंत्री मोदी ने अपने समकक्ष के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इनमें व्यापार और निवेश, कृषि, ऊर्जा, रक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान शामिल थे। विशेष रूप से, दोनों देशों ने अक्षय ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
* **आर्थिक अवसर:** अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर प्रदान करता है। इस यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों ने व्यापार बाधाओं को कम करने और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। भारतीय कंपनियों के लिए अर्जेंटीना में निवेश के नए रास्ते खुले हैं, खासकर कृषि और खनिज क्षेत्रों में।
कुल मिलाकर, प्रधान मंत्री मोदी की यह पाँच-राष्ट्रों की यात्रा, विशेष रूप से घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो में प्राप्त सम्मान और अर्जेंटीना की ऐतिहासिक यात्रा, वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती उपस्थिति और उसके कूटनीतिक संबंधों के विस्तार को दर्शाती है।