by-Ravindra Sikarwar
आज, 20 जून, 2025, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बेहद व्यस्त दिन की शुरुआत कर रहे हैं, जिसमें वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से संबंधित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेंगे और उसके बाद तीन राज्यों – बिहार, ओडिशा और आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। इस दो दिवसीय यात्रा में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी शामिल है, जिससे इन राज्यों में बुनियादी ढांचे और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
योग दिवस पर विदेशी छात्रों के साथ विशेष क्षण:
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (जो 21 जून को है) से पहले, प्रधानमंत्री मोदी का विदेशी छात्रों के साथ एक विशेष फोटोशूट में भाग लेने की संभावना है। इस वर्ष 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री स्वयं सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। यह फोटोशूट भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भावना और योग के वैश्विक प्रचार में उनके प्रयासों को दर्शाता है। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के 12 देशों के लगभग 40 विदेशी छात्र भी विशाखापत्तनम में पीएम मोदी के साथ योगाभ्यास करेंगे। यह आयोजन ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ (Yoga for One Earth, One Health) थीम पर केंद्रित है, जो मानव और ग्रह के स्वास्थ्य के बीच अंतर्संबंध पर जोर देता है। आंध्र प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि इस कार्यक्रम को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कराया जाए, जिसके लिए लाखों लोगों को इसमें शामिल करने की योजना है।
बिहार में विकास की सौगातें:
अपनी यात्रा की शुरुआत में, प्रधानमंत्री मोदी बिहार के सीवान पहुंचेंगे, जहां वे दोपहर करीब 12 बजे 5,200 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। बिहार में उनके कार्यक्रम में शामिल हैं:
- नई वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन का उद्घाटन, जिसकी लागत 400 करोड़ रुपये से अधिक है, और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाना।
- पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाना, जिससे उत्तरी बिहार में कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
- “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” पहल के तहत मारहोरा प्लांट में निर्मित पहले निर्यात लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाना, जिसे गिनी गणराज्य को निर्यात किया जाएगा। यह भारत की बढ़ती विनिर्माण क्षमता का प्रतीक है।
- नमामि गंगे मिशन के तहत 1,800 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाले छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का उद्घाटन।
- पेयजल, बिजली के बुनियादी ढांचे और आवास से संबंधित परियोजनाओं का अनावरण, जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 53,600 से अधिक लाभार्थियों के लिए पहली किस्त जारी करना और 6,600 से अधिक पूर्ण घरों के लिए प्रतीकात्मक ‘गृह प्रवेश’ समारोह शामिल है।
ओडिशा में जनसभा और विकास परियोजनाएं:
बिहार के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा के भुवनेश्वर जाएंगे, जहां वे शाम 4:15 बजे के आसपास राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। यह राज्य में भाजपा की पहली सरकार की पहली वर्षगांठ है। ओडिशा में पीएम मोदी 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- पेयजल, सिंचाई, कृषि अवसंरचना, स्वास्थ्य, ग्रामीण सड़कें और पुल, राष्ट्रीय राजमार्ग और नई रेलवे लाइनों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करने वाली परियोजनाएं।
- बौध जिले को पहली बार राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने वाली ट्रेन सेवाओं का शुभारंभ।
- हरित शहरी गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए कैपिटल रीजन अर्बन ट्रांसपोर्ट (CRUT) प्रणाली के तहत 100 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाना।
- ओडिशा विजन डॉक्यूमेंट जारी करना, जो 2036 में ओडिशा के पहले भाषाई राज्य के रूप में शताब्दी वर्ष और 2047 में भारत की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने के साथ संरेखित है।
- राज्य की महिला उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित करना।
आंध्र प्रदेश में योग दिवस का भव्य आयोजन (21 जून):
अपनी दो दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में, प्रधानमंत्री 21 जून को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में होंगे, जहां वे 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। यह कार्यक्रम विशाखापत्तनम के समुद्र तट पर आयोजित होगा, जिसमें लाखों लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। यह भारत की योग परंपरा को वैश्विक मंच पर और अधिक मजबूत करने के प्रधानमंत्री के प्रयासों का एक हिस्सा है।
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल इन राज्यों में विकास को गति देगी, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वैश्विक सद्भाव और स्वास्थ्य के संदेश को भी मजबूत करेगी।