by-Ravindra Sikarwar
कानपुर/पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 30 मई, 2025 को अपने व्यस्त कार्यक्रम के तहत कानपुर और बिहार दोनों जगहों पर महत्वपूर्ण आयोजनों में भाग लिया। कानपुर में उन्होंने 47,573 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जबकि बिहार में अपनी चुनावी रैलियों के दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अपने दृढ़ रुख को दोहराया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को जारी रखने पर जोर दिया।
कानपुर को 47,573 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात:
प्रधानमंत्री मोदी ने कानपुर के लिए एक बड़े विकास पैकेज की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने शहर के पहले भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर का उद्घाटन किया, जो शहरी परिवहन को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, उन्होंने पनकी और घाटमपुर में कई बिजली संयंत्रों (पावर प्लांट्स) का भी लोकार्पण किया, जिनमें नवीनगर के चरण-दो की 800 मेगावाट की तीन बिजली इकाइयां भी शामिल हैं। इन परियोजनाओं से क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा और आपूर्ति में सुधार होगा।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने बिनगवां में 40 MLD (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता वाले एक तृतीयक सीवेज उपचार संयंत्र (Sewage Treatment Plant) का भी उद्घाटन किया। यह संयंत्र सीवेज के पानी को उपचारित करके औद्योगिक और कृषि उपयोग के लिए पुनः उपयोगी बनाएगा, जिससे जल संरक्षण और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।
कानपुर में, प्रधानमंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले के शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से भी मुलाकात की। उन्होंने शहीद की पत्नी ऐशन्या और माता-पिता को सांत्वना दी और यह आश्वासन दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी है।
बिहार में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पीएम मोदी का प्रहार:
कानपुर से इतर, प्रधानमंत्री ने बिहार में अपनी रैलियों को जारी रखा, जहाँ उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख को पुरजोर तरीके से दोहराया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई रुकी नहीं है और यह निरंतर जारी है।
अपनी रैलियों में, प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया गया है और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत के तरकस का सिर्फ “एक तीर” था, जिसका अर्थ है कि भारत के पास अभी भी आतंकवादियों के खिलाफ कई और विकल्प मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि “जिस पाकिस्तानी सेना की छत्रछाया में आतंकी खुद को सुरक्षित मानते थे, हमारी सेनाओं ने एक ही झटके में उनको भी घुटनों पर ला दिया।”
यह बयान उन सभी को एक स्पष्ट संदेश था जो भारत की सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देने का प्रयास करते हैं। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि नया भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया देने में संकोच नहीं करेगा और किसी भी कीमत पर अपनी बेटियों के “सिंदूर की शक्ति” का सम्मान करेगा।
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी का आज का कार्यक्रम विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों मोर्चों पर भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें कानपुर को नई परियोजनाओं की सौगात मिली और आतंकवाद पर भारत के मजबूत रुख को दोहराया गया।