नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की कैम्पा कोला भारतीय बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाने की तैयारी में है, और इसका मुकाबला करने के लिए PepsiCo ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। PepsiCo भारत एवं दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जागृत कोटेचा ने कहा कि कंपनी देश में निवेश से पीछे नहीं हटेगी और जल्द ही दो नए संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रही है, जिनमें से एक संयंत्र दक्षिण भारत में होगा।
PepsiCo के लिए भारत बना विकास का केंद्र
कोटेचा ने बताया कि भारत PepsiCo के लिए विकास का इंजन साबित हो रहा है और कंपनी के वैश्विक शीर्ष बाजारों में शामिल हो चुका है। हालांकि, अभी यह उत्तरी अमेरिका जितना बड़ा बाजार नहीं है, क्योंकि वहां पेय पदार्थ श्रेणी पहले से ही पूरी तरह विकसित है। PepsiCo को उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भारत उसकी वैश्विक रैंकिंग में और ऊपर जाएगा।
PepsiCo का मानना है कि भारत के बढ़ते आर्थिक विकास के साथ उसकी मांग भी बढ़ेगी। यही कारण है कि कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय बाजार में 3,500-4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। कोटेचा ने कहा कि कंपनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 के आर्थिक विकास लक्ष्य के अनुरूप काम कर रही है, जिससे भारत जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो सके।
Varun Beverages का भी बड़ा निवेश
PepsiCo की बॉटलिंग साझेदार वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (VBL) भी भारत में बड़े पैमाने पर निवेश कर रही है। VBL के माध्यम से PepsiCo Pepsi, 7Up, Mountain Dew, Sting और Gatorade जैसे ब्रांडों को बाजार में बेचती है। इसके अलावा, जूस श्रेणी में Tropicana और Slice जैसे उत्पाद उपलब्ध कराए जा रहे हैं। स्नैक्स बाजार में PepsiCo के Lay’s, Kurkure, Doritos और Quaker जैसे उत्पाद भी मौजूद हैं।
भारत में पेय पदार्थ उद्योग का कुल मूल्य लगभग 12 अरब डॉलर का है और यह हर साल 10-11% की दर से वृद्धि कर रहा है।
PepsiCo का भारत में राजस्व दोगुना करने का लक्ष्य
PepsiCo अगले पांच वर्षों में भारत में अपना राजस्व दोगुना करने की योजना बना रही है। CEO कोटेचा के अनुसार, भारत कंपनी के लिए एक प्रमुख बाजार बन चुका है, जहां विकास की अपार संभावनाएं हैं।
PepsiCo ने उत्तर प्रदेश और असम में भी नए संयंत्रों में निवेश किया है, जिससे बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। कंपनी अपनी “Fast, Strong, Better” (तेज़, मज़बूत, बेहतर) रणनीति पर काम कर रही है।
PepsiCo का लक्ष्य भारतीय बाजार से दो अरब डॉलर (करीब 17,000 करोड़ रुपये) का राजस्व हासिल करना है। जब कोटेचा से इस लक्ष्य की समयसीमा को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “यह हमारा लक्ष्य है और हम इसे हासिल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अगर सब कुछ सही रहा तो हम इसे जल्द ही पूरा कर सकते हैं।”
PepsiCo की यह रणनीति साफ दिखाती है कि भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज़ होने वाली है और कैम्पा कोला को कड़ी टक्कर मिलने वाली है।