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by-Ravindra Sikarwar

मुंबई: एयर इंडिया की लंदन से मुंबई आ रही एक उड़ान (AI-130) में उस समय हड़कंप मच गया, जब विमान में सवार कई यात्री और क्रू सदस्य अचानक बीमार पड़ गए। फ़ूड पॉइजनिंग का संदेह जताया जा रहा है, और इस घटना ने विमान में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

विमान में क्या हुआ?
सोमवार, 23 जून को, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के बोइंग 777 विमान AI-130 में यात्रा के विभिन्न चरणों के दौरान पांच यात्रियों और दो क्रू सदस्यों ने चक्कर आना और मतली (उबकाई) जैसे लक्षणों की शिकायत की। कुछ शुरुआती रिपोर्टों में 11 लोगों के बीमार होने का दावा किया गया था, जिसमें छह केबिन क्रू सदस्य शामिल थे, हालांकि एयर इंडिया ने बाद में पुष्टि की कि पांच यात्री और दो क्रू सदस्य ही प्रभावित हुए थे।

यह घटना 35,000 फीट की ऊंचाई पर उस समय हुई जब विमान हवा में था, जिससे यात्रियों और क्रू सदस्यों के बीच चिंता फैल गई।

लैंडिंग के बाद की स्थिति और चिकित्सा सहायता:
जैसे ही विमान मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, एयर इंडिया की मेडिकल टीमें पहले से ही तैयार थीं। बीमार पड़े यात्रियों और क्रू सदस्यों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। इनमें से दो यात्री और दो क्रू सदस्य, जिनकी तबीयत अभी भी ठीक नहीं थी, को आगे की जांच और उपचार के लिए हवाई अड्डे के मेडिकल रूम में ले जाया गया। संतोषजनक बात यह है कि सभी प्रभावित लोगों की हालत स्थिर होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।

जांच के दायरे में फ़ूड पॉइजनिंग:
इस घटना के पीछे के सटीक कारण का पता लगाने के लिए जांच जारी है। हालांकि, शुरुआती तौर पर फ़ूड पॉइजनिंग को मुख्य कारण माना जा रहा है। केबिन डीप्रेस्सुराइजेशन (केबिन के दबाव में कमी) की संभावना को खारिज कर दिया गया है, क्योंकि ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन मास्क अपने आप गिर जाते हैं, जो इस उड़ान में नहीं हुआ।

एक महत्वपूर्ण बात यह भी सामने आई है कि पायलट इस बीमारी से अप्रभावित रहे। विमानन प्रोटोकॉल के अनुसार, पायलटों को यात्रियों और केबिन क्रू से अलग बैच या किचन से भोजन परोसा जाता है। यह एक एहतियाती उपाय है ताकि यदि भोजन दूषित हो, तो एक ही समय में दोनों पायलट अक्षम न हों और उड़ान की सुरक्षा सुनिश्चित रहे। इस तथ्य से फ़ूड पॉइजनिंग की आशंका को और बल मिलता है।

नियामक को सूचना और आगे की कार्रवाई:
एयर इंडिया ने इस घटना की सूचना विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को दे दी है। एयरलाइन ने एक बयान में कहा, “हम अपने मेहमानों और क्रू को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं और हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। हम घटना की जांच कर रहे हैं और नियामक को विधिवत सूचित कर दिया है।” डीजीसीए एयर इंडिया की आंतरिक जांच के निष्कर्षों की समीक्षा करेगा और यदि आवश्यक हुआ तो आगे के उपाय सुझा सकता है।

यह घटना भारतीय विमानन क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा और यात्रियों की भलाई के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। एयर इंडिया की त्वरित प्रतिक्रिया और सभी प्रभावित व्यक्तियों का सुरक्षित ठीक होना सराहनीय है, लेकिन यह प्रकरण खाद्य सुरक्षा और आपातकालीन प्रोटोकॉल में पारदर्शिता और निरंतर सुधार की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालता है।

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