इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सेना कितनी बहादुर है इसकी पोल उस वक्त खुल गई जब तालिबानी लड़ाकों के आगे पाकिस्तानी सेना मिलिट्री बेस कैंप छोड़कर भाग गई। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर जिले में पाकिस्तानी सेना की एक चौकी पर कब्जा कर लिया।
पाकिस्तान को गहरा झटका
तालिबानी लड़ाकों ने पोस्ट से पाकिस्तान का झंडा हटाकर टीटीपी का झंडा लहरा दिया और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उन्हें हथियारों के साथ जश्न मनाते देखा गया। इस हमले में हुई भारी गोलाबारी के कारण 19 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। पाकिस्तानी सेना के इस पोस्ट पर कब्जे को सीमा पर बढ़ते तनाव का नतीजा माना जा रहा है। अफगानिस्तान के साथ पिछले कुछ दिनों से जारी संघर्ष और इस घटना ने क्षेत्रीय स्थिति को और जटिल बना दिया है। तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने भी 28 दिसंबर को बयान जारी कर पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई की पुष्टि की।
पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना
मंत्रालय के मुताबिक, अफगानिस्तान पर हालिया हवाई हमलों के जवाब में उसकी सेनाओं ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया। तालिबान समर्थक मीडिया संगठन ने बताया कि इन हमलों में 19 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जबकि तीन अफगान नागरिक भी हिंसा का शिकार हुए। यह झड़प तब शुरू हुई जब 23 दिसंबर को पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पूर्वी पाक्तिका प्रांत में तालिबानी विद्रोहियों के एक ट्रेनिंग सेंटर को नष्ट करने का दावा किया। इस अभियान में कई लोगों की मौत हुई, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और हिंसा ने दोनों देशों के बीच स्थिति को और गंभीर बना दिया है।