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श्रीनगर/नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान ने लगातार सातवें दिन LoC पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। 30 अप्रैल और 1 मई की मध्यरात्रि में पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से जम्मू-कश्मीर के तीन सीमावर्ती जिलों में नियंत्रण रेखा (LoC) से सटे कई सेक्टरों में गोलीबारी की। भारतीय सेना ने इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

यह गोलीबारी ऐसे समय में हुई है जब मंगलवार को भारत और पाकिस्तानी सेना के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई थी। यह वार्ता 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर आयोजित की गई थी।

कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टर में हुई गोलीबारी:
जम्मू स्थित एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया, “30 अप्रैल और 1 मई 2025 की रात, पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने इस कायराना हरकत का ‘माकूल जवाब’ दिया है।

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने शुरुआत में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामूला जिलों में LoC के पास स्थित कई चौकियों पर अकारण गोलीबारी की। इसके बाद, उसने तेजी से अपने संघर्ष विराम उल्लंघन की कार्रवाई को पुंछ सेक्टर और फिर जम्मू क्षेत्र के अखनूर सेक्टर तक फैला दिया।

भारतीय एयरस्पेस में पाकिस्तानी विमानों की ‘नो एंट्री’:
भारत ने पाकिस्तान की लगातार उकसावे वाली हरकतों के जवाब में एक बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा 30 अप्रैल को जारी किए गए ‘नोटिस टू एयरमेन’ (NOTAM) के अनुसार, 30 अप्रैल से 23 मई तक सभी पाकिस्तानी स्वामित्व वाले, संचालित या लीज पर लिए गए विमानों – चाहे वे नागरिक हों या सैन्य – के लिए भारतीय एयरस्पेस पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह कठोर कदम पाकिस्तान द्वारा भारतीय विमानों पर लगाए गए एयरस्पेस प्रतिबंधों की प्रतिक्रिया के रूप में उठाया गया है।

इससे पहले, 24 अप्रैल को पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था और वाघा बॉर्डर को भी सील कर दिया था। इसके साथ ही, भारत के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया था और यह भी चेतावनी दी गई थी कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के लिए निर्धारित पानी को मोड़ने की किसी भी कोशिश को “युद्ध की कार्रवाई” माना जाएगा।

सिंधु जल संधि निलंबित होने से बौखलाया पाकिस्तान:
पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, के बाद भारत द्वारा 24 अप्रैल की रात से सिंधु जल संधि को निलंबित किए जाने के बाद से पाकिस्तानी सैनिक कश्मीर घाटी से लेकर जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ विभिन्न स्थानों पर लगातार बिना किसी उकसावे के गोलीबारी कर रहे हैं। पाकिस्तान की यह बौखलाहट सिंधु जल संधि पर भारत के कड़े रुख के बाद साफ दिखाई दे रही है।

गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान फरवरी 2021 में नए सिरे से संघर्ष विराम पर सहमत हुए थे, जब दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने 2003 के संघर्ष विराम समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे संघर्ष विराम उल्लंघनों से यह समझौता बार-बार तार-तार होता दिख रहा है। भारत पाकिस्तान के साथ 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जिसमें गुजरात से जम्मू के अखनूर तक लगभग 2,400 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी), जम्मू से लेह तक 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा (एलओसी) और सियाचिन क्षेत्र में 110 किलोमीटर लंबी वास्तविक ग्राउंड पोजिशन लाइन (एजीपीएल) शामिल है।

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