
नई दिल्ली: पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले के मद्देनजर, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से महत्वपूर्ण वार्ता की है। इस बातचीत में पहलगाम हमले पर विस्तार से चर्चा हुई।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए कहा, “कल अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इस हमले के अपराधियों, समर्थकों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।”
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका ने इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों देशों से संपर्क स्थापित किया है। अमेरिका की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत को अपनी प्रतिक्रिया का तरीका, लक्ष्य और समय निर्धारित करने की पूरी स्वतंत्रता है। हालांकि, अमेरिका ने दोनों देशों से “स्थिति को और न बढ़ाने” का आग्रह किया है। यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के वादे के बाद सामने आया है।
इसके अतिरिक्त, इस्लामाबाद और दिल्ली में स्थित भारतीय और पाकिस्तानी उच्चायोगों के 25 राजनयिक, अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने देशों को लौट आए हैं। इस वापसी के बाद, उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटकर 30 रह गई है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि वाशिंगटन “कश्मीर की स्थिति के संबंध में” भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के साथ संपर्क में है और उनसे “स्थिति को और न बढ़ाने” के लिए कह रहा है।