by-Ravindra Sikarwar
नई दिल्ली: भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान पाकिस्तान में हुए हमलों का प्रभाव भारतीय सेना द्वारा शुरू में बताई गई संख्या से कहीं अधिक था। पाकिस्तान के अपने आधिकारिक डोजियर से यह बात सामने आई है। इस दस्तावेज में यह खुलासा किया गया है कि भारत ने सार्वजनिक रूप से पुष्टि किए गए 20 ठिकानों से इतर कम से कम सात अतिरिक्त स्थानों पर भी हमला किया था।
विस्तृत जानकारी:
पाकिस्तान के इस दस्तावेज में, जो उनके अपने “ऑपरेशन बुनियान उन मरसूस” का विवरण देता है, कहा गया है कि भारत ने कुल 28 ठिकानों को निशाना बनाया। यह संख्या भारतीय अधिकारियों द्वारा शुरू में बताई गई 20 ठिकानों से काफी अधिक है। यह पहले भारतीय वायु सेना और सैन्य अभियानों के महानिदेशक (DGMO) द्वारा प्रेस ब्रीफिंग के दौरान साझा किए गए आंकड़ों से बहुत ज्यादा है, जो पिछले महीने 22 अप्रैल को हुए पहल आतंकी हमले के जवाबी हवाई हमलों के बाद दिए गए थे।
नए सामने आए ठिकाने:
पाकिस्तानी डोजियर में इन नए सामने आए ठिकानों की सूची में पेशावर, झांग, हैदराबाद (सिंध), गुजरात (पंजाब), गुजरांवाला, बहावलनगर, अटक और चोर जैसे शहर शामिल हैं।
पाकिस्तान ने खुद उजागर किए अपने नुकसान:
पाकिस्तानी डोजियर में दिए गए विवरणों ने अनजाने में भारत द्वारा किए गए नुकसान की सीमा की पुष्टि कर दी है। यह इंगित करता है कि “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान हुई तबाही भारत द्वारा आधिकारिक तौर पर बताए गए आंकड़ों से कहीं अधिक थी। इसी कारण पाकिस्तान ने जल्दबाजी में युद्धविराम की घोषणा की थी। यह खुलासा इस्लामाबाद के उन पहले के दावों को भी कमजोर करता है कि उन्होंने भारत को भारी नुकसान पहुंचाया था।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि:
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम, कश्मीर में हुए एक आतंकवादी हमले के जवाब में जवाबी कार्रवाई की थी, जिसमें 26 निर्दोष भारतीय नागरिक पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा मारे गए थे। इसके जवाब में, भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया। जब पाकिस्तान ने जवाबी हमला करने का प्रयास किया, तो भारत ने पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर बड़े हमले करके स्थिति को बढ़ा दिया, जिससे जमीन पर महत्वपूर्ण क्षति हुई।
यह खुलासा क्षेत्र में सुरक्षा गतिशीलता और दोनों देशों के बीच संबंधों की जटिलता पर नए सिरे से प्रकाश डालता है।