
नई दिल्ली: पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले का भारत ने करारा जवाब देते हुए कुख्यात इस्लामी आतंकी मसूद अज़हर के परिवार को सीधे निशाना बनाया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अज़हर के बहावलपुर स्थित ठिकाने पर हवाई हमला कर उसके परिवार के 14 सदस्यों को मार गिराया है।
बुधवार तड़के हुई कार्रवाई, सोते समय किया गया हमला
यह हमला बुधवार तड़के लगभग 1:30 बजे हुआ, जब मसूद अज़हर के घर के सभी सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे। हालांकि भारत की ओर से इस हमले की कोई आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया और जैश से जुड़े सूत्रों ने इसे “बहुत बड़ा नुकसान” बताया है।
मसूद परिवार के 14 सदस्यों की मौत की खबर
हालांकि मसूद अज़हर ने एक बयान जारी कर 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है, लेकिन विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यह संख्या 14 तक पहुंच चुकी है। मृतकों में अजहर की बड़ी बहन शहीद बाजी सादिया अपने पति और चार बच्चों के साथ, मौलाना कशफ का पूरा परिवार और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हमले के समय मसूद अज़हर स्वयं घर पर मौजूद नहीं था, जबकि उसका पूरा परिवार उसी मकान में रह रहा था।
हमले के बाद मसूद अज़हर का बयान
हमले के बाद मसूद अज़हर का एक बयान भी सामने आया है, जिसमें उसने कहा है कि “अल्लाह ताला फरमाते हैं शहीद जिंदा है, अल्लाह इनके मेजबान और वह अल्लाह के लाडले मेहमान मेरे खानदान के 10 लोगों को आज रात इकट्ठे यह सआदत नसीब हुई, पांच तो मासूम बच्चे जन्नतुल फिरदौस के फूल बने। मेरी जान से प्यारी मेरी बड़ी बहन साहिबा, उनके खाविंद, मेरे आलिम फाजिल भांजे और उनकी पत्नी और मेरी प्यारी आलम फाजिला भांजी, हमारे भतीजे और उनकी पत्नी अल्लाह को प्यारी हो गईं। मगर ना अफसोस है, ना मायूसी और ना खौफ… बार-बार दिल में आता है कि मैं भी इन 14 लोगों में शामिल होता, मगर अल्लाह से मुलाकात का वक्त बहुत पक्का है, वह आगे पीछे नहीं हो सकता। हमारे घर में कुल चार बच्चे थे 7 साल से 3 साल तक के, वह चारों इकट्ठे जन्नत में चले गए। कुरान कहता है कि शहादत उसी को मिलती है जिससे अल्लाह प्यार फरमाता है। उनको जाने का यही वक्त मुकर्रर था मगर रब्बे करीम ने उनको मौत नहीं जिंदगी दी है…”
पहलगाम हमले के बाद की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर
यह कार्रवाई हाल ही में पहलगाम में हुए उस बर्बर आतंकी हमले के बाद की गई है, जिसमें भारत के निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। भले ही इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने खुले तौर पर नहीं ली थी, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता स्पष्ट रूप से बताई थी। भारत ने इस स्ट्राइक में मसूद अज़हर के चार ठिकानों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। इस ऑपरेशन को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क थीं और नियंत्रण रेखा (LoC) से लगभग 100 किलोमीटर भीतर तक घुसकर यह निशाना साधा गया।
मसूद अज़हर: भारत का सबसे बड़ा दुश्मन
मसूद अज़हर जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख है, जो भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है। 1999 के कंधार विमान अपहरण से लेकर पुलवामा और पहलगाम जैसे जघन्य हमलों तक में उसका नाम प्रमुखता से सामने आया है। भारत लंबे समय से मसूद अज़हर को मोस्ट वांटेड टेररिस्ट घोषित कर चुका है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पाकिस्तान में मचा हड़कंप
इस हमले के बाद पाकिस्तान के बहावलपुर इलाके में भारी अफरा-तफरी का माहौल है। सोशल मीडिया पर जैश समर्थकों ने भारत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है, जबकि पाकिस्तानी मीडिया ने इस स्ट्राइक को “सीमा पार से की गई आक्रामक सैन्य कार्रवाई” करार दिया है। जैश की ओर से अभी तक किसी बदले की धमकी या कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है।
यह एयर स्ट्राइक सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह भारत का स्पष्ट और कड़ा संदेश है कि अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। मसूद अज़हर के परिवार का सफाया उस आतंकी मानसिकता पर भी एक गहरा आघात है, जो वर्षों से भारत की शांति और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करती रही है।