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बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर भारत का बड़ा प्रहार
एक साहसिक सैन्य कार्रवाई में, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित मरकज़ सुब्हान अल्लाह को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। यह ठिकाना पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय और एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र माना जाता था।

ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक एयरस्ट्राइक
यह हमला ऑपरेशन सिंदूर के तहत किया गया, जिसे हाल के वर्षों में भारत की सबसे सटीक और बड़ी सीमा पार कार्रवाइयों में से एक माना जा रहा है। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य भारत विरोधी आतंकवाद की साजिश रचने वाले ठिकानों को सीधे निशाना बनाना था। हमले के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है, जिसमें इमारत का ढांचा मलबे के ढेर में तब्दील दिखाई दे रहा है।

मरकज़ सुब्हान अल्लाह: क्यों बना निशाना?
बहावलपुर में स्थित यह शिविर केवल एक प्रशिक्षण केंद्र नहीं था, बल्कि यह जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अज़हर का एक महत्वपूर्ण गढ़ था। इसे संगठन की विचारधारा और गतिविधियों का मुख्य केंद्र माना जाता था। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इस जगह का इस्तेमाल लंबे समय से कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने के लिए किया जा रहा था। यहां आतंकवादियों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता था और सीमा पार हमलों की योजनाएं भी यहीं तैयार की जाती थीं। यह आतंकवादियों के मुख्य केंद्र के रूप में देखा जा रहा था, जो अब खंडहर में बदल चुका है।

पहलगाम हमले का बदला और व्यापक कार्रवाई
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की प्रतिक्रिया के रूप में शुरू किया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना द्वारा एक संयुक्त अभियान के रूप में चलाया गया था, जो सैन्य अभियानों में एक दुर्लभ समन्वय है। यह हमला एक विस्तृत खुफिया जानकारी और जांच के बाद किया गया था, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी सैन्य अड्डे या नागरिक आबादी को निशाना न बनाया जाए।

ऑपरेशन सिंदूर: लक्षित किए गए अन्य महत्वपूर्ण ठिकाने
मरकज़ सुब्हान अल्लाह के अलावा, ऑपरेशन सिंदूर में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के कई अन्य प्रमुख ठिकानों को भी निशाना बनाया गया। इनमें शामिल हैं:

  1. मरकज़ सुब्हान अल्लाह (बहावलपुर)
  2. मरकज़ तैयबा (मुरीदके)
  3. सरजल / टेहड़ा कलां
  4. मेहमूना जोया (सियालकोट)
  5. मरकज़ अहले हदीस (बरनाला)
  6. मरकज़ अब्बास और मसकर रहील शाहिद (कोटली)
  7. शवाई नाला कैंप और सय्यदना बिलाल मरकज़ (मुजफ्फराबाद)

यह व्यापक कार्रवाई सीमा पार आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के भारत के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।

निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर, जिसके तहत मरकज़ सुब्हान अल्लाह को निशाना बनाया गया, भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल पहलगाम हमले का बदला है, बल्कि पाकिस्तान की धरती पर पल रहे आतंकवादी संगठनों को एक स्पष्ट संदेश भी है कि भारत अपनी सुरक्षा और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है। इस सफल ऑपरेशन ने आतंकवादियों के मनोबल को तोड़ने और उनकी क्षमता को कमजोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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