
इस्लामाबाद: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया था। मई 2025 में भारत द्वारा शुरू किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” ने पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया। इस ऑपरेशन के तहत, भारत ने पाकिस्तान के 13 महत्वपूर्ण एयरबेसों में से 11 को निशाना बनाया, जिसमें नूर खान एयरबेस को भारी क्षति पहुँची। शुरुआत में पाकिस्तान ने हमलों से हुए नुकसान को नकार दिया था, लेकिन अब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्वीकार किया है कि भारत ने उनकी सेना को करारा जवाब दिया।
पाकिस्तान का कबूलनामा:
16 मई 2025 को एक समारोह में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुलासा किया कि 10 मई की रात लगभग 2:30 बजे सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर ने उन्हें सूचित किया कि भारतीय बैलिस्टिक मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस और अन्य सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। शरीफ ने यह भी कहा कि उनकी वायुसेना ने स्वदेशी और चीनी तकनीक का उपयोग करके देश की रक्षा करने की कोशिश की, लेकिन भारत के हमलों ने भारी तबाही मचाई।
पाकिस्तान का झूठ हुआ बेनकाब:
पाकिस्तान ने पहले दावा किया था कि भारत के हमलों से कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी सैटेलाइट तस्वीरों ने नूर खान, सरगोधा, भोलारी और शाहबाज एयरबेसों में बड़े पैमाने पर नुकसान दिखाया। इन तस्वीरों ने पाकिस्तान के झूठ को उजागर कर दिया।
पाकिस्तान की मजबूरी:
भारत के जबरदस्त हमलों के बाद, पाकिस्तान पर दबाव बढ़ गया। 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल और पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन गई है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इस युद्धविराम को एक सकारात्मक कदम बताया और कहा कि दोनों देशों के सैन्य कमांडर 18 मई तक इस समझौते को मजबूत करने के लिए बातचीत करेंगे। भारत ने स्पष्ट किया कि “ऑपरेशन सिंदूर” अभी “रोका गया” है, समाप्त नहीं हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह युद्धविराम पाकिस्तान के लिए “परीक्षा की घड़ी” है, और यदि उसने फिर से कोई गलती की, तो भारत और सख्त कार्रवाई करेगा।
पाकिस्तान की हवाई ताकत कमजोर:
नूर खान एयरबेस, रावलपिंडी के पास चकलाला में स्थित है, और यह पाकिस्तान वायुसेना का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह एयरबेस सैन्य परिवहन और प्रशिक्षण का केंद्र होने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण लड़ाकू विमानों और हथियारों का भंडार भी है। भारत के हमले ने इस एयरबेस को भारी नुकसान पहुँचाया, जिससे पाकिस्तान की हवाई ताकत कमजोर हो गई। सैटेलाइट तस्वीरों में एयरबेस पर कई इमारतें और रनवे तबाह दिखे।
पाकिस्तान के गर्व को भी चकनाचूर किया:
“ऑपरेशन सिंदूर” ने न केवल पाकिस्तान की सैन्य ताकत को कमजोर किया, बल्कि भारत की रणनीतिक और तकनीकी श्रेष्ठता को भी दुनिया के सामने लाया। भारतीय वायुसेना ने केवल 23 मिनट में पाकिस्तान की चीनी निर्मित रक्षा प्रणालियों को भेदकर सटीक हमले किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान के गर्व को भी चकनाचूर कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि:
पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, के जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल सहित अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया। भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों, विशेष रूप से नूर खान एयरबेस, को भी तबाह कर दिया। इस हमले में पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान और सैन्य उपकरण नष्ट हो गए। भारतीय सेना ने नूर खान एयरबेस सहित रफीकी, मुरिद, सरगोधा और शाहबाज जैसे प्रमुख एयरबेसों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान की सैन्य ताकत को गहरा झटका लगा। पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन भारत की मजबूत रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को नाकाम कर दिया।