by-Ravindra Sikarwar
नई दिल्ली: दक्षिण भारत के तकनीकी हब बेंगलुरु से मध्य भारत के ऐतिहासिक शहर ग्वालियर तक अब सीधी रेल कनेक्टिविटी मिल गई है। रेलवे ने दोनों शहरों के बीच एक नई साप्ताहिक विशेष ट्रेन सेवा शुरू की है, जिससे लाखों यात्रियों, विशेषकर छात्रों, पर्यटकों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी। इस ट्रेन का शुभारंभ 28 जून, 2025 से कर दिया गया है।
ट्रेन का विवरण और समय सारिणी:
यह नई साप्ताहिक ट्रेन बेंगलुरु (KSR) से ग्वालियर और ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए चलेगी।
- ट्रेन संख्या: 06521 (बेंगलुरु से ग्वालियर) और 06522 (ग्वालियर से बेंगलुरु)
- संचालन के दिन:
- ट्रेन 06521 बेंगलुरु से हर शुक्रवार को दोपहर 12:30 बजे रवाना होगी और अगले दिन शनिवार को रात लगभग 9:00 बजे ग्वालियर पहुंचेगी।
- वापसी में, ट्रेन 06522 ग्वालियर से हर रविवार को सुबह 8:00 बजे रवाना होगी और अगले दिन सोमवार शाम 5:00 बजे बेंगलुरु पहुंचेगी।
- कोच: इस ट्रेन में AC-2 टियर, AC-3 टियर, स्लीपर और जनरल क्लास के कोच शामिल हैं, ताकि हर वर्ग के यात्री इसका लाभ उठा सकें।
महत्वपूर्ण पड़ाव (प्रमुख स्टेशन):
लगभग 2,000 किलोमीटर की यह यात्रा 33 घंटे से अधिक समय में पूरी होगी। यह ट्रेन दक्षिण और उत्तर भारत के कई महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगी। इसके कुछ प्रमुख पड़ाव (हाल्ट) इस प्रकार हैं:
- आंध्र प्रदेश: अनंतपुर, गुंतकल
- तेलंगाना: सिकंदराबाद (हैदराबाद)
- महाराष्ट्र: नागपुर
- मध्य प्रदेश: इटारसी जंक्शन, भोपाल, झांसी
- उत्तर प्रदेश: आगरा
स्थानीय यात्रियों के लिए खुशखबरी:
यह ट्रेन मध्य प्रदेश के यात्रियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी। बैतूल और आसपास के क्षेत्रों के यात्री इटारसी जंक्शन से इस ट्रेन को पकड़ सकते हैं, जो उनके लिए ग्वालियर तक की सीधी यात्रा का एक बड़ा विकल्प होगा। यह छात्रों और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के लोगों के लिए सीधी कनेक्टिविटी का एक बड़ा विकल्प है।
कनेक्टिविटी का महत्व:
अभी तक बेंगलुरु से ग्वालियर के लिए कोई सीधी ट्रेन सेवा नहीं थी। यात्रियों को या तो ट्रेन बदलकर जाना पड़ता था या लंबी सड़क यात्रा करनी पड़ती थी। इस सीधी ट्रेन सेवा से समय की बचत होगी और यात्रा अधिक सुविधाजनक बनेगी। यह सेवा:
- छात्रों के लिए: बेंगलुरु में पढ़ने वाले मध्य प्रदेश के हजारों छात्रों को सीधे अपने घर से जुड़ने में मदद करेगी।
- पर्यटन को बढ़ावा: ग्वालियर, आगरा और झांसी जैसे ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों को दक्षिण भारत से सीधे जोड़ेगी।
- व्यापार और अर्थव्यवस्था: दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस मौके पर कहा, “यह नई ट्रेन सेवा एक लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करती है। हमारा उद्देश्य पूरे देश में कनेक्टिविटी को मजबूत करना है, और यह ट्रेन उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”