Spread the love

मुंबई, 20 मार्च 2025: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आगामी सीजन के लिए खेल नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इनमें सबसे अहम फैसला धीमी ओवर गति (Slow Over Rate) को लेकर किया गया है। अब से किसी भी कप्तान को धीमी ओवर गति के लिए प्रतिबंधित (Match Ban) नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें डिमेरिट पॉइंट्स (Demerit Points) दिए जाएंगे।

कप्तानों को मिलेगे डिमेरिट पॉइंट्स, नहीं लगेगा तत्काल बैन
BCCI ने घोषणा की है कि धीमी ओवर गति के मामले में कप्तानों को अब मैच से बाहर नहीं किया जाएगा, बल्कि डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाएंगे। यदि अपराध गंभीर पाया जाता है, तो लंबे समय तक डिमेरिट पॉइंट्स जुड़े रहने पर ही कोई सख्त कार्रवाई हो सकती है।

नए नियम:
लेवल 1 अपराध: कप्तान पर 25% से 75% तक मैच फीस का जुर्माना लगेगा और डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाएंगे। ये पॉइंट्स अगले तीन साल तक मान्य रहेंगे।

लेवल 2 अपराध: यदि यह अपराध ज्यादा गंभीर माना गया, तो चार डिमेरिट पॉइंट्स जोड़े जाएंगे।

हर 4 डिमेरिट पॉइंट्स पर मैच रेफरी 100% फाइन या अतिरिक्त डिमेरिट पॉइंट्स का प्रावधान कर सकता है।

हालांकि, सिर्फ धीमी ओवर गति के लिए तत्काल मैच बैन नहीं लगाया जाएगा।

पहले कौन-कौन कप्तान बैन हो चुके हैं?
पिछले सीजन में ऋषभ पंत को दिल्ली कैपिटल्स के लिए एक अहम मुकाबला मिस करना पड़ा था क्योंकि उनकी टीम ने धीमी ओवर गति से गेंदबाजी की थी। इसी तरह, हार्दिक पंड्या को 2024 के एक मुकाबले में इसी वजह से निलंबित कर दिया गया था। लेकिन नए नियमों के तहत अब कप्तानों को इतनी कड़ी सजा नहीं मिलेगी।

इम्पैक्ट प्लेयर नियम 2027 तक रहेगा लागू
BCCI ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि “इम्पैक्ट प्लेयर नियम” की समीक्षा अब 2027 के बाद की जाएगी। इसका मतलब यह है कि टीमें मैच के दौरान एक खिलाड़ी को सब्स्टीट्यूट कर सकती हैं, और यह नियम कम से कम 2027 तक जारी रहेगा।

DRS नियमों में हुआ बदलाव
डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) में भी बदलाव किया गया है। अब खिलाड़ी हाइट वाली वाइड बॉल और ऑफ-स्टंप से बाहर जाने वाली वाइड बॉल्स के फैसलों को भी रिव्यू कर सकते हैं। 2024 के IPL नियमों के अनुसार, खिलाड़ी सिर्फ ऑन-फील्ड अंपायर के वाइड या नो-बॉल के फैसले को चुनौती दे सकते थे, लेकिन अब इस नियम में विस्तार किया गया है।

अन्य बदलाव
सलाइवा बैन हटाया गया: अब गेंद को चमकाने के लिए लार (Saliva) का इस्तेमाल करने की अनुमति होगी।

दूसरी पारी के लिए नई गेंद: ओस (Dew) की समस्या को हल करने के लिए दूसरी पारी में एक अतिरिक्त नई गेंद का विकल्प दिया गया है।

निष्कर्ष
BCCI ने इस बार IPL में खेल को अधिक संतुलित और न्यायसंगत बनाने के लिए कई अहम बदलाव किए हैं। धीमी ओवर गति के लिए कप्तानों को अब प्रतिबंध का सामना नहीं करना पड़ेगा, लेकिन डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाएंगे। इसके अलावा, इम्पैक्ट प्लेयर नियम 2027 तक लागू रहेगा और DRS के दायरे को बढ़ाया गया है। इन सभी बदलावों का उद्देश्य लीग को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक और रोमांचक बनाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsapp