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by-Ravindra Sikarwar

ओस्ट्रावा, चेक गणराज्य: भारत के ‘गोल्डन बॉय’ और ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना परचम लहराया है। उन्होंने प्रतिष्ठित ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक एथलेटिक्स मीट में 85.29 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया है। यह नीरज के लिए इस सीजन की लगातार दूसरी जीत है, क्योंकि उन्होंने पिछले सप्ताह पेरिस डायमंड लीग में भी स्वर्ण पदक जीता था।

रोमांचक मुकाबला और निर्णायक थ्रो:
नीरज चोपड़ा ने ओस्ट्रावा में शानदार प्रदर्शन किया, हालांकि उनकी शुरुआत थोड़ी धीमी रही। उनका पहला प्रयास फाउल हो गया, लेकिन उन्होंने जल्द ही लय हासिल कर ली।

  • पहला थ्रो: फाउल
  • दूसरा थ्रो: 83.45 मीटर
  • तीसरा थ्रो: 85.29 मीटर (यह उनका सबसे लंबा और स्वर्ण पदक जीतने वाला थ्रो साबित हुआ)
  • चौथा थ्रो: 82.17 मीटर
  • पांचवां थ्रो: 81.01 मीटर
  • छठा थ्रो: फाउल

तीसरे प्रयास में 85.29 मीटर का थ्रो फेंकने के बाद नीरज शीर्ष पर आ गए और फिर किसी भी अन्य एथलीट ने उनके इस निशान को पार नहीं कर पाया। इस प्रतियोगिता में दक्षिण अफ्रीका के डोव स्मिट ने 84.12 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता, जबकि ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 83.63 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।

ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक का महत्व:
ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक एक वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर गोल्ड लेवल मीट है, जिसे ज्लाटा ट्रेट्रा ओस्ट्रावा के नाम से भी जाना जाता है। यह चेक गणराज्य का एक प्रमुख वार्षिक ट्रैक एंड फील्ड इवेंट है जो नियमित रूप से शीर्ष अंतरराष्ट्रीय एथलीटों को आकर्षित करता है। यह प्रतियोगिता नीरज चोपड़ा के लिए विशेष थी क्योंकि यह वही स्थान है जहां उनके कोच जान जेलेंज़ी ने नौ बार खिताब जीता है। नीरज ने इससे पहले 2018 में यहां आईएएएफ कॉन्टिनेंटल कप में भाग लिया था, लेकिन तब वह छठी पोजीशन पर रहे थे। इस बार उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर इस आयोजन में अपना दबदबा साबित किया है।

नीरज का 2025 सीज़न: एक नज़र:
नीरज चोपड़ा के लिए 2025 का सीज़न अब तक शानदार रहा है और वह पेरिस ओलंपिक से पहले बेहतरीन फॉर्म में दिख रहे हैं।

  • दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में पोच आमंत्रण मीट: 84.52 मीटर के थ्रो के साथ जीत।
  • दोहा डायमंड लीग: 90.23 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान। इस प्रतियोगिता में उन्होंने अपने करियर में पहली बार 90 मीटर के जादुई आंकड़े को पार किया और अपना ही भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। हालांकि, जर्मनी के जूलियन वेबर (91.06 मीटर) से उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
  • पेरिस डायमंड लीग: 88.16 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक।
  • ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक: 85.29 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक।

नीरज की निरंतरता और बड़े प्रतियोगिताओं में दबाव में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता उन्हें विश्व के सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक एथलीटों में से एक बनाती है।

अगला लक्ष्य: नीरज चोपड़ा क्लासिक
ओस्ट्रावा में अपनी जीत के बाद, नीरज चोपड़ा अब 5 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाले नीरज चोपड़ा क्लासिक में हिस्सा लेंगे। यह भारत में आयोजित होने वाला पहला विश्व स्तरीय भाला फेंक इवेंट होगा, जिसमें एंडरसन पीटर्स और थॉमस रोहलर जैसे शीर्ष खिलाड़ी भी शामिल होंगे। यह आयोजन भारतीय प्रशंसकों के लिए नीरज को अपने घरेलू मैदान पर खेलते हुए देखने का एक सुनहरा अवसर होगा, और पेरिस ओलंपिक से पहले उनकी तैयारियों के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।

नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन उनके प्रशंसकों और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है और पेरिस ओलंपिक में उनकी जीत की उम्मीदों को और मजबूत करता है।

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