
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस को “भ्रष्टाचार का पर्याय” बताते हुए कहा कि गांधी परिवार को अपनी सफाई अदालत में पेश करनी चाहिए, न कि सड़कों पर प्रदर्शन करके।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार और कांग्रेस, ये पर्यायवाची शब्द जैसे हैं। राष्ट्रीय हेराल्ड मामले में भी जिस तरह के संस्थागत घोटाले और धोखाधड़ी किए गए, उसका सच जनता के सामने आ चुका है। मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जाना, घोटाले में उनकी पूरी तरह से संलिप्तता को दर्शाता है।”
उन्होंने आगे लिखा, “भ्रष्टाचार के ऐसे मामलों में जांच एजेंसियों के काम में बाधा डालने की कोशिश या इसके विरुद्ध सड़क पर आना यह साबित करता है कि अदालत में इनके पास अपनी सफाई में कहने को कुछ नहीं है। कांग्रेस को यह पता है कि आरोपियों के विरुद्ध साक्ष्य पुख्ता हैं। गांधी परिवार को अब यह मान लेना चाहिए कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। ऐसे मामलों में बचाव की कोशिश अदालत में करनी चाहिए, न कि सड़क पर। वैसे भी सबको यह पता है कि राष्ट्रीय हेराल्ड मामले में गांधी परिवार फिलहाल अभी भी जमानत पर है। उन्हें कानूनी उपचार का सहारा लेना चाहिए। अनावश्यक प्रोपेगेंडा करने से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।”
मुख्यमंत्री साय ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब राष्ट्रीय हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने देश भर में प्रदर्शन किए हैं। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी जांच एजेंसियों पर दबाव बनाने और न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गांधी परिवार को कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करना चाहिए और अपनी सफाई अदालत में पेश करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी को यह समझना चाहिए कि सड़क पर प्रदर्शन करने से उन्हें कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि कानून अपना काम करेगा।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी कांग्रेस और भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक विवाद को और तेज कर सकती है। राष्ट्रीय हेराल्ड मामला लंबे समय से राजनीतिक विवाद का विषय रहा है और आने वाले दिनों में भी इसके राजनीतिक निहितार्थ बने रहने की संभावना है।