
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के शाहदरा इलाके में रविवार तड़के एक रिहायशी इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर ई-रिक्शा चार्ज करते समय भीषण आग लग गई। इस हादसे में धुएं के कारण दम घुटने से दो बच्चों समेत छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। सभी घायलों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दो की हालत नाजुक बताई जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर आग लगने का संभावित कारण शॉर्ट सर्किट बताया है। घटना फर्श बाजार थाना क्षेत्र के भीम गली, विश्वास नगर, शाहदरा में हुई। पुलिस को इस आगजनी की सूचना 18 मई को तड़के 3 बजकर 50 मिनट पर पीसीआर कॉल के माध्यम से मिली। सूचना मिलते ही सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) सतेंद्र सिंह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार, जिस स्थान पर ई-रिक्शा को चार्जिंग पर लगाया गया था, उसी के बगल के कमरे में परिवार के सभी सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग का समय रहते पता नहीं चल सका, जिसके चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ।
आग की चपेट में आने से 30 वर्षीय सनी नामक व्यक्ति 5 से 10 प्रतिशत तक झुलस गया, जबकि अन्य पांच लोग धुएं के कारण बेहोश हो गए। झुलसे हुए लोगों में 32 वर्षीय ज्योति (पत्नी सनी), ज्योति (पत्नी दिनेश), नैना (पत्नी सुखाली), सनी (पुत्र जगफूल नारायण) और छह से सात साल के दो मासूम बच्चे शामिल हैं।
सभी घायलों को तत्काल इलाज के लिए गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, ज्योति (पत्नी सनी) और ज्योति (पत्नी दिनेश) की हालत गंभीर बनी हुई है। अन्य घायलों को बाहरी चोटें नहीं आई हैं, लेकिन धुएं के कारण उनकी स्थिति भी चिंताजनक है।
पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर दमकल की गाड़ियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
इस घटना ने रिहायशी इलाकों में बिजली के उपकरणों को चार्ज करते समय बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वे बिजली के उपकरणों को चार्ज करते समय विशेष सावधानी बरतें और सुनिश्चित करें कि आसपास कोई ज्वलनशील पदार्थ न हो। साथ ही, घरों में स्मोक डिटेक्टर लगाने की सलाह भी दी जा रही है ताकि आग लगने की स्थिति में तुरंत पता चल सके और जान-माल की हानि को कम किया जा सके।