by-Ravindra Sikarwar
मुक्तसर, पंजाब: पंजाब के मुक्तसर जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट से कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है और 34 अन्य घायल हुए हैं। यह दर्दनाक घटना शुक्रवार (30 मई, 2025) की सुबह करीब 12 से 1 बजे के बीच सिंहवाला गांव के बाहरी इलाके में स्थित एक दो मंजिला पटाखा फैक्ट्री में हुई।
त्रासदी का विवरण
विस्फोट इतना तीव्र था कि लम्बी निर्वाचन क्षेत्र के सिंहवाला गांव में स्थित यह फैक्ट्री, जिसके मालिक तरसेम सिंह बताए जा रहे हैं, पूरी तरह से मलबे के ढेर में बदल गई। धमाके की भयावहता ने पूरी दो मंजिला इमारत को ध्वस्त कर दिया, जिससे कई लोग मलबे में दब गए। मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। फैक्ट्री के अधिकांश मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार से आए प्रवासी थे।
लम्बी के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) जसपाल सिंह ने बताया, “हमारी टीमें बिना किसी देरी के मौके पर पहुंच गईं। अब तक हमने मलबे से पांच शव बरामद किए हैं, और यह सुनिश्चित करने के लिए बचाव अभियान अभी भी जारी है कि कोई और फंसा न हो।” उन्होंने आगे बताया, “लगभग 34 लोग घायल हुए हैं, और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में रेफर किया गया है। कुछ को बादल के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य का बठिंडा के एम्स में इलाज चल रहा है। वर्तमान रिपोर्टों के अनुसार, सभी की हालत स्थिर है।”
शुरुआती जांच और संभावित कारण
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पटाखों का निर्माण और पैकेजिंग दोनों एक ही परिसर में हो रही थी। इसके अलावा, कई मजदूर फैक्ट्री भवन के भीतर ही रह रहे थे।
डीएसपी सिंह ने कहा, “तीन शव रात में बरामद किए गए थे, और दो और सुबह के शुरुआती घंटों में मिले। अंदर रहने वाले मजदूरों की संख्या के आधार पर, हमें उम्मीद है कि कोई और फंसा नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर बचाव अभियान जारी है।” उन्होंने यह भी कहा कि घायलों के स्थिर होने के बाद उनके बयान दर्ज किए जाएंगे ताकि विस्फोट के सटीक कारण का पता चल सके। कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फैक्ट्री विभाग को भी सूचित कर दिया गया है और उनकी टीम जल्द ही साइट का दौरा कर फैक्ट्री अधिनियम के तहत किसी भी उल्लंघन की जांच करेगी।
मुक्तसर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अखिल चौधरी ने पत्रकारों को बताया, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि एक ही परिसर में दो अलग-अलग इकाइयां काम कर रही थीं – एक पटाखों के निर्माण के लिए और दूसरी पैकेजिंग के लिए। कुछ मजदूर कल रात पैकेजिंग में व्यस्त थे, जबकि कुछ अन्य सो रहे थे जब विस्फोट हुआ।” उन्होंने आगे बताया, “प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि विस्फोट पटाखों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के कारण हुआ था। हालांकि, हमारी फोरेंसिक टीम सटीक कारण का निर्धारण करने के लिए गहन जांच करेगी। इस स्तर पर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।”
एसएसपी चौधरी ने यह भी बताया कि संबंधित विभाग को फैक्ट्री के संचालन के बारे में रिकॉर्ड सत्यापित करने और विवरण प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। उनकी जांच के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि मजदूर हाल ही में रोजगार के लिए इस स्थान पर आए थे। लम्बी पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या विस्फोट पटाखों के निर्माण प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटकों के गलत संचालन या अनुचित भंडारण के कारण हुआ था, या इसमें अन्य कारक शामिल थे।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
सिंहवाला और आसपास के गांवों के निवासियों ने बताया कि वे तेज धमाके से जागे और डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। यह घटना क्षेत्र में एक बड़े सदमे के रूप में सामने आई है।