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देहरादून: उत्तराखंड की केदार घाटी में शनिवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया। केदारनाथ में एक एयर एंबुलेंस हेलीपैड पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई। राहत की बात यह रही कि हेलीकॉप्टर में सवार पायलट और दो डॉक्टर समेत तीनों लोग सुरक्षित रूप से बाहर निकल आए। गढ़वाल के कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि घटनास्थल पर तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह एयर एंबुलेंस ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से एक मरीज को लेने के लिए केदारनाथ धाम आ रही थी। हेलीकॉप्टर जब केदारनाथ हेलीपैड पर उतरने की प्रक्रिया में था, तभी अचानक उसमें तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण उसका संतुलन बिगड़ गया। गढ़वाल प्रशासन के अनुसार, हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर लगभग उतर ही चुका था, लेकिन तभी नियंत्रण खो बैठा और सीधे नीचे गिर गया।

हादसे के समय सवार लोग और उनकी सुरक्षा:
दुर्घटना के समय हेलीकॉप्टर में दो डॉक्टर और एक पायलट सवार थे। गढ़वाल प्रशासन ने पुष्टि की है कि ये तीनों व्यक्ति पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई है। घटना शनिवार को दोपहर लगभग 12 बजे घटी। इस हादसे में हेलीकॉप्टर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।

केदारघाटी में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं का इतिहास:
केदारघाटी में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं का यह कोई पहला मामला नहीं है। यह क्षेत्र अपनी दुर्गम भौगोलिक स्थिति और अप्रत्याशित मौसम के कारण हेलीकॉप्टर संचालन के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है। पिछले वर्ष भी इसी क्षेत्र में एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना हुई थी, जिसमें हेलीकॉप्टर में सवार सभी पाँच लोगों की जान चली गई थी। वह हेलीकॉप्टर भी ऋषिकेश एम्स से एक मरीज को लेने के लिए केदारनाथ धाम आया था।

हादसे के कारणों की जांच शुरू:
गढ़वाल जिला प्रशासन ने इस ताजा दुर्घटना के कारणों की गहन जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह हादसा किस वजह से हुआ। तकनीकी खराबी, पायलट की गलती या मौसम संबंधी कारण, इन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जांच दल दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स और अन्य महत्वपूर्ण डेटा का विश्लेषण करेगा ताकि हादसे के सही कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें।

इस घटना के बाद, केदारघाटी में हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हेलीकॉप्टर संचालन के दौरान और अधिक सावधानी बरतने और सुरक्षा मानकों को কঠোরता से पालन करने की आवश्यकता है।

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