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by-Ravindra Sikrwar

स्टावेंगर, नॉर्वे: शतरंज की दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में से एक, नॉर्वे शतरंज 2025 के शुरुआती दौर में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने मौजूदा विश्व चैंपियन भारत के डी. गुकेश को एक रोमांचक मुकाबले में मात दी। यह मुकाबला चार घंटे से अधिक समय तक चला और 55 चालों के बाद गुकेश की एक महत्वपूर्ण गलती के साथ समाप्त हुआ, जिसके बाद उन्होंने हार मान ली।

यह मैच इसलिए भी खास था क्योंकि विश्व चैंपियन बनने के बाद गुकेश और कार्लसन के बीच यह शास्त्रीय शतरंज का पहला मुकाबला था। सिंगापुर में विश्व खिताब जीतने के बाद से गुकेश ने कार्लसन के खिलाफ यह पहली शास्त्रीय बाजी खेली। इस मुकाबले पर दुनिया भर के शतरंज प्रेमियों की निगाहें टिकी हुई थीं।

मैच का घटनाक्रम:
मैग्नस कार्लसन ने सफेद मोहरों से खेलते हुए ‘जोबाबा लंदन’ (Jobava London) नामक एक असामान्य ओपनिंग के साथ शुरुआत की, जिसका उद्देश्य गुकेश को हैरान करना था। हालांकि, युवा भारतीय खिलाड़ी गुकेश ने शुरुआती चालों में चतुराई दिखाते हुए सफेद के लाभ को 11वीं चाल तक बेअसर कर दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि गुकेश ने कार्लसन को मुश्किल स्थिति में डाल दिया था और उन्हें लगभग 15 मिनट तक सोचने पर मजबूर कर दिया।

मैच के अधिकांश हिस्से में दोनों खिलाड़ियों ने सावधानी से खेला और स्थिति लगभग बराबर बनी रही। पांच बार के विश्व चैंपियन कार्लसन, जो अब मुख्य रूप से रैपिड, ब्लिट्ज और फ्रीस्टाइल शतरंज जैसे छोटे प्रारूपों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, ने शास्त्रीय प्रारूप में अपनी पकड़ का प्रदर्शन किया। उन्होंने धैर्य बनाए रखा और एंडगेम में गुकेश पर दबाव बनाना शुरू किया।

निर्णायक क्षण 46वीं चाल पर आया, जब समय की कमी के दबाव में गुकेश ने एक गंभीर गलती की। उन्होंने अपनी रानी से चेक (46…Qh6+) दिया, जबकि सही चाल उनके रुख (46…Rg2+) से चेक देना होता, जिससे लगातार चेक के माध्यम से ड्रॉ की स्थिति बन सकती थी। इस गलती का फायदा उठाते हुए कार्लसन ने तुरंत आक्रामक रुख अपनाया और गुकेश के राजा पर निर्णायक हमला बोल दिया, जिसके बाद भारतीय ग्रैंडमास्टर को कुछ ही चालों में हार माननी पड़ी। कार्लसन के सटीक गणना और एंडगेम कौशल ने उन्हें जीत दिलाई।

कार्लसन की प्रतिक्रिया और टूर्नामेंट पर प्रभाव:
जीत के बाद, मैग्नस कार्लसन ने विनम्रता दिखाते हुए कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं यह गेम कैसे जीता। एक समय मुझे लगा था कि यह ड्रॉ हो जाएगा।” हालांकि, सोशल मीडिया पर उन्होंने लोकप्रिय अमेरिकी टीवी सीरीज़ ‘द वायर’ (The Wire) से एक मीम साझा किया, जिसमें लिखा था, “जब आप राजा के पास आते हैं, तो आपको चूकना नहीं चाहिए।” यह पोस्ट गुकेश के खिलाफ उनकी जीत के महत्व को दर्शाता है, खासकर विश्व चैंपियन बनने के बाद यह उनकी पहली शास्त्रीय मुठभेड़ थी।

इस जीत के साथ, कार्लसन ने नॉर्वे शतरंज के अंक प्रणाली के तहत पूरे तीन अंक हासिल किए और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामुरा के साथ संयुक्त बढ़त बना ली, जिन्होंने फैबियानो कारूआना को हराया।

अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन:
टूर्नामेंट में भाग ले रहे एक अन्य भारतीय खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी ने भी पहले दौर में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चीन के वेई यी के खिलाफ अपनी शास्त्रीय बाजी ड्रॉ खेली, जिसके बाद आर्मगेडन टाई-ब्रेक में उन्हें जीत मिली। इस जीत से एरिगैसी को 1.5 अंक मिले। महिला वर्ग में, भारत की कोनेरू हम्पी ने आर. वैशाली को हराकर तीन महत्वपूर्ण अंक हासिल किए।

नॉर्वे शतरंज 2025 में कुल छह शीर्ष पुरुष और छह शीर्ष महिला खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। पुरुष वर्ग में गुकेश, कार्लसन, कारूआना, नाकामुरा, एरिगैसी और वेई यी शामिल हैं, जबकि महिला वर्ग में मौजूदा विश्व चैंपियन जू वेंजुन के साथ लेई टिंगजी, हम्पी, अन्ना मुजिचुक, वैशाली और सारासदत खादेमालशरीह शामिल हैं।

यह टूर्नामेंट डबल राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेला जा रहा है, और प्रत्येक शास्त्रीय जीत के लिए तीन अंक दिए जाते हैं। ड्रॉ होने पर प्रत्येक खिलाड़ी को एक अंक मिलता है, और आर्मगेडन टाई-ब्रेक जीतने पर विजेता को अतिरिक्त 0.5 अंक मिलते हैं। इस हार के बाद भी गुकेश को टूर्नामेंट में वापसी का मौका मिलेगा, क्योंकि वे 1 जून को सफेद मोहरों के साथ कार्लसन का फिर से सामना करेंगे।

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