
सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और कानून व्यवस्था चरमरा गई है। ताजा घटनाक्रम में, सोमवार (29 अप्रैल) की रात लगभग 12 बजे एक नकाबपोश युवक ने जैतवारा थाने के परिसर में घुसकर एक हेड कांस्टेबल को गोली मार दी। गोली हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग के कंधे के पास लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गया।
घायल हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग, जो महादेवा के निवासी हैं और जैतवारा थाने में पदस्थ हैं, थाने के परिसर में बने बैरक में रहते हैं। सोमवार रात वह अपने कमरे में खाना बनाने की तैयारी कर रहे थे, तभी उन्हें बाहर से आवाज सुनाई दी। जैसे ही प्रिंस ने दरवाजा खोलकर बाहर देखा, वहां नकाब पहने हुए आदर्श शर्मा उर्फ अच्छू नामक युवक खड़ा था। प्रिंस के बाहर आते ही युवक ने देसी कट्टे से फायर कर दिया, जिससे प्रिंस लहूलुहान होकर गिर पड़े।
गोली की आवाज सुनकर थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मी तुरंत बाहर दौड़े, लेकिन तब तक बदमाश फरार हो चुका था। साथी पुलिसकर्मी घायल प्रिंस को तत्काल सतना जिला अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर कर दिया। फिलहाल हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग की हालत स्थिर बताई जा रही है।
इस दुस्साहसिक घटना ने पुलिस विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हैरानी की बात यह है कि एक अपराधी अवैध हथियार लेकर थाने के अंदर घुस गया और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। चिंताजनक पहलू यह भी है कि अपराधी ने थाने के मुख्य द्वार पर नहीं, बल्कि सीधे पुलिसकर्मियों के बैरक की ओर जाकर गोली चलाई और उसे पकड़ने में कोई सफल नहीं हो सका।
इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी कानून व्यवस्था में कसावट लाने के खोखले दावे करते नजर आ रहे हैं। वहीं, हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग रीवा के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
सतना पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने हेड कांस्टेबल को गोली मारने वाले आरोपी आदर्श शर्मा की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीमों का गठन किया है। पुलिस आरोपी के गांव मेहुती और उसके संभावित रिश्तेदारों के घरों पर दबिश दे रही है। माना जा रहा है कि इस गंभीर घटना के बाद जैतवारा थाने के कुछ पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिर सकती है।
हालांकि पुलिस अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है, लेकिन इस घटना के पीछे की संभावित वजह एक पुरानी बहस बताई जा रही है। चर्चा है कि कुछ दिन पहले पुलिस ने आदर्श शर्मा की गाड़ी को रोका था, और इसी मामले को लेकर हेड कांस्टेबल प्रिंस गर्ग के साथ उसकी कहासुनी हुई थी। आदर्श का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसके चलते उसने अपनी आपराधिक प्रवृत्ति के अनुसार थाने में घुसकर हेड कांस्टेबल को गोली मार दी।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा कि मोहन यादव जी के राज में मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था जंगलराज से भी बदतर हो गई है, जहां अब तो पुलिस थाने में भी सुरक्षित नहीं है।
यह घटना सतना जिले में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का एक और उदाहरण है। इससे पहले 27 जनवरी को नागौद में सरपंच पति और उसके गुर्गों द्वारा खुलेआम 15 राउंड फायरिंग करने की घटना सामने आई थी, जिसमें गलत तरीके से बन रही नाली का विरोध करने पर लोगों को निशाना बनाया गया था। उस घटना में भी पुलिस की कथित निष्क्रियता सवालों के घेरे में थी। अब थाने के अंदर पुलिसकर्मी पर हमला होने से आम जनता के बीच भी भय का माहौल है।