by-Ravindra Sikarwar
तिरुवनंतपुरम, केरल: केरल से एक बेहद चौंकाने वाला और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक व्यक्ति ने स्वयं पुलिस स्टेशन पहुँचकर दो नवजात शिशुओं के अवशेष पुलिस के सामने पेश किए हैं। उसने कबूल किया कि ये बच्चे उसकी लिव-इन पार्टनर से पैदा हुए थे और जन्म के तुरंत बाद ही उनकी मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने चुपचाप उन्हें दफना दिया था। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने तुरंत उस व्यक्ति और उसकी लिव-इन पार्टनर को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या हुआ था घटना के दिन?
यह घटना तब सामने आई जब एक युवक रविवार को पुलिस स्टेशन पहुँचा। वह अपने साथ एक प्लास्टिक का पैकेट लिए हुए था। उसने पुलिस अधिकारियों को बताया कि पैकेट के अंदर दो नवजात शिशुओं के अवशेष हैं। इस बात को सुनकर पुलिसकर्मी सकते में आ गए।
शुरुआती पूछताछ में, युवक ने बताया कि वह अपनी लिव-इन पार्टनर के साथ रह रहा था और पिछले कुछ समय में उनकी पार्टनर ने दो बच्चों को जन्म दिया था। उसके कबूलनामे के अनुसार, दोनों बच्चे जन्म के कुछ ही देर बाद मृत पैदा हुए थे। सामाजिक बदनामी और डर के कारण, उन्होंने इस बात को छुपाने का फैसला किया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दोनों बच्चों के शवों को अपने घर के पास ही एक सुनसान जगह पर दफना दिया था। उसने यह भी बताया कि पछतावे और अपराधबोध के कारण उसने खुद ही इस बात का खुलासा करने का फैसला किया।
पुलिस की जांच और कार्रवाई:
युवक के चौंकाने वाले कबूलनामे के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
- गिरफ्तारी: पुलिस ने तुरंत युवक और उसकी लिव-इन पार्टनर दोनों को हिरासत में ले लिया और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
- फॉरेंसिक जांच: दोनों नवजात शिशुओं के अवशेषों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीम यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि बच्चों की मौत प्राकृतिक थी या किसी अन्य कारण से हुई थी।
- कब्र का सत्यापन: पुलिस की एक टीम आरोपियों को उस जगह पर ले गई जहाँ बच्चों को दफनाया गया था। पुलिस ने उस जगह को सील कर दिया है और वहाँ से सबूत जुटाए जा रहे हैं।
- पूछताछ: पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि क्या बच्चों की मौत सच में प्राकृतिक थी या उन्हें मारा गया था। वे इस बात का भी पता लगा रहे हैं कि क्या इस मामले में कोई और व्यक्ति भी शामिल है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी युगल से पूछताछ जारी है और वे हर पहलू की जांच कर रहे हैं।
मामले का सामाजिक और मानवीय पहलू:
यह घटना समाज के सामने लिव-इन रिलेशनशिप, सामाजिक डर और मानवीय त्रासदी जैसे कई गंभीर सवाल खड़े करती है। इस तरह के मामलों में अक्सर युगल सामाजिक बदनामी या परिवार के विरोध के डर से अपनी गर्भावस्था और बच्चों के जन्म को छुपाने की कोशिश करते हैं। इस मामले में भी यह देखना होगा कि क्या यह केवल डर का परिणाम था या इसके पीछे कोई और गहरा राज छिपा है। पुलिस की जांच और फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी।