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by-Ravindra Sikarwar

गुंटूर, आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के काफिले द्वारा कथित तौर पर एक समर्थक को कुचलने के बाद उनकी बुलेटप्रूफ कार जब्त कर ली गई है। यह दुखद घटना गुंटूर जिले में हुई, जहां एक समर्थक की मौत हो गई। इस मामले में जगन मोहन रेड्डी को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।

घटना का विवरण:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना मंगलवार, 24 जून 2025 की देर रात गुंटूर जिले के ताडेपल्ली के पास हुई। जगन मोहन रेड्डी, जो हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की हार के बाद से कम सुर्खियों में थे, अपने एक निजी कार्यक्रम से लौट रहे थे। उनके काफिले में कई वाहन शामिल थे, जिनमें उनकी बुलेटप्रूफ एसयूवी भी थी।

बताया जा रहा है कि पीड़ित व्यक्ति, जिसकी पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है, वाईएसआरसीपी का एक उत्साही समर्थक था और वह अपने नेता की एक झलक पाने के लिए सड़क किनारे खड़ा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब काफिला वहां से गुजर रहा था, तो किसी तरह वह व्यक्ति वाहन के बहुत करीब आ गया और कथित तौर पर जगन मोहन रेड्डी की बुलेटप्रूफ कार के पिछले पहियों के नीचे आ गया।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तुरंत मदद के लिए शोर मचाया, लेकिन तब तक काफिला आगे बढ़ चुका था। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।

पुलिस कार्रवाई और जगन रेड्डी पर आरोप:
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच के बाद, पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304ए (लापरवाही से मौत का कारण बनना) और 279 (सार्वजनिक मार्ग पर लापरवाही से गाड़ी चलाना) के तहत मामला दर्ज किया है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एफआईआर में वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें सीधे तौर पर वाहन चलाने का आरोप है या काफिले के नेता के रूप में उनकी जिम्मेदारी पर यह आरोप लगाया गया है। आमतौर पर, ऐसे मामलों में, वाहन चालक को मुख्य आरोपी बनाया जाता है। लेकिन जगन रेड्डी का नाम एफआईआर में शामिल होना इस घटना की गंभीरता को दर्शाता है और यह बताता है कि पुलिस इस मामले को किस तरह से देख रही है।

पुलिस ने जगन मोहन रेड्डी की बुलेटप्रूफ कार को जब्त कर लिया है, जो जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वाहन की फॉरेंसिक जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह वही वाहन था जिससे दुर्घटना हुई थी और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच की जा सके।

राजनीतिक प्रतिक्रिया और आगे की जांच:
इस घटना ने आंध्र प्रदेश में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। विपक्षी दल, विशेष रूप से सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), इस घटना को लेकर वाईएसआरसीपी और जगन मोहन रेड्डी पर हमलावर हो सकते हैं। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब जगन मोहन रेड्डी हाल ही में हुए चुनावों में अपनी पार्टी की हार के बाद राजनीतिक रूप से कमजोर स्थिति में हैं।

वाईएसआरसीपी ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, पार्टी के भीतर इस घटना को लेकर चिंता का माहौल है, क्योंकि यह उनके नेता की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।

पुलिस ने पुष्टि की है कि मामले की गहन जांच जारी है। वे चश्मदीदों के बयान दर्ज कर रहे हैं और घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज (यदि उपलब्ध हों) की भी जांच कर रहे हैं ताकि घटना के सटीक क्रम का पता लगाया जा सके। जगन मोहन रेड्डी से भी पूछताछ की जा सकती है, हालांकि अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है।

यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और वीआईपी काफिले द्वारा बरती जाने वाली सावधानी के महत्व पर सवाल खड़ा करती है। यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कानूनी कार्रवाई होती है और इसका आंध्र प्रदेश की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।

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