
राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए आईपीएल 2025 की शुरुआत थोड़ी उतार-चढ़ाव वाली रही, लेकिन संजू सैमसन की कप्तानी में उनकी टीम ने बेहतर टी20 रणनीतियों को लागू किया और फिर से जीत की राह पर लौट आई। पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ मैच में उनकी 50 रन से जीत ने यह साबित कर दिया कि वे वापस फॉर्म में हैं। पहले दो मैचों में हार के बाद, अब उन्होंने दो जीतों की झड़ी लगाई है, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ भी एक कड़ी जीत मिली थी। हालांकि, PBKS के खिलाफ उनकी जीत पूरी तरह से सटीक रणनीतियों और शानदार क्रिकेट पर आधारित थी।
संजू सैमसन की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने कई महत्वपूर्ण रणनीतिक फैसले सही किए, जो जीत में अहम साबित हुए। अब सैमसन के पास 31 कप्तानी जीतें हैं, जो महान शेन वार्न (30) से एक अधिक हैं।
जोफ्रा आर्चर के चार ओवर
आधुनिक क्रिकेट में जोफ्रा आर्चर को गेंदबाजी करते देखना एक शानदार अनुभव होता है, और IPL 2025 में उनका प्रदर्शन एक बार फिर से प्रभावित करने वाला था। शुरू में आर्चर ने अपनी फॉर्म में उतार-चढ़ाव देखा था, लेकिन CSK के खिलाफ उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी। हालांकि, उन्होंने उस मैच में केवल तीन ओवर फेंके थे, जबकि उनका प्रदर्शन और परिस्थितियां उनके चौथे ओवर की मांग कर रही थीं। लेकिन PBKS के खिलाफ, राजस्थान रॉयल्स ने इस गलती को नहीं दोहराया और आर्चर को चार ओवर फेंकने का मौका दिया। आर्चर ने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया और 25 रन देकर तीन विकेट हासिल किए, जिसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ भी घोषित किया गया। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि जब तक आर्चर चोटिल नहीं होते या पूरी तरह से फॉर्म में नहीं होते, तब तक उन्हें अपनी पूरी क्वोटा गेंदबाजी करनी चाहिए।
हेटमायर का बैटिंग क्रम
राजस्थान रॉयल्स ने पहले तीन मैचों में शिमरोन हेटमायर को क्रमशः नंबर 6, 7 और 8 पर बल्लेबाजी करने भेजा था। यह फैसला कई बार समझ से परे था, खासकर जब हेटमायर जैसी गुणवत्ता के बल्लेबाज को नीचे भेजा जाता था। यहां तक कि उन्हें वानिंदु हसरंगा से भी नीचे भेजा गया, जो एक उपयोगी बल्लेबाज होने के बावजूद हेटमायर के स्तर से मेल नहीं खाता।
हालांकि, इस मैच में हेटमायर को पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला और उन्होंने नंबर 5 पर बल्लेबाजी की। यद्यपि बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से हमेशा सफलता नहीं मिलती, लेकिन कम से कम यह कदम राजस्थान रॉयल्स को अधिक रन बनाने का एक अच्छा मौका देता है। हेटमायर की सही स्थिति पर बल्लेबाजी करने से टीम को उच्च स्कोर का बेहतर अवसर मिलता है।
इंपैक्ट प्लेयर का उपयोग
राजस्थान रॉयल्स को इंपैक्ट प्लेयर नियम के इस्तेमाल पर कुछ आलोचनाएं मिली थीं, खासकर जब वे पहले बल्लेबाजी करते थे। हालांकि, इस मैच में उन्होंने साबित किया कि वे इस नियम का समझदारी से उपयोग कर रहे हैं। पहले बल्लेबाजी करते वक्त टीम ने पांच गेंदबाजों का चयन किया, जबकि अधिकांश टीमें इंपैक्ट प्लेयर को बैटिंग लाइन-अप में जोड़ती हैं। लेकिन राजस्थान रॉयल्स का मानना है कि उनकी मजबूत बैटिंग लाइन-अप के कारण अतिरिक्त बल्लेबाज की आवश्यकता नहीं है। अगर सलामी बल्लेबाजों जैसे यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन, नितीश राणा और हेटमायर में से कोई तीन भी अच्छी पारियां खेलते हैं, तो अतिरिक्त बल्लेबाज की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसके बजाय, उन्होंने कुमार कार्तिकेया को टीम में जोड़ा, जो एक बाएं हाथ के स्पिनर हैं, और अपनी गेंदबाजी में विविधता बढ़ाई। यदि पहले बैटिंग करते वक्त टीम को किसी तरह का संकट होता, तो इंपैक्ट प्लेयर के रूप में एक अतिरिक्त बल्लेबाज को शामिल किया जा सकता था। इस मैच में हालांकि ऐसा कोई संकट नहीं आया, और राजस्थान रॉयल्स ने सही समय पर अतिरिक्त गेंदबाज को टीम में शामिल किया, जो उन्हें अपनी गेंदबाजी ताकत को और मजबूत करने में मदद करता है।
निष्कर्ष
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पंजाब किंग्स के मैच में सब कुछ सही तरीके से आया। रणनीति सही थी, और खिलाड़ियों ने उसे पूरी तरह से लागू किया। इस मैच में उनकी रणनीतियों ने टीम को बड़ी जीत दिलाई, और अब राजस्थान रॉयल्स एक मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं।