by-Ravindra Sikarwar
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि भारत की पहली सेमीकंडक्टर चिप का अनावरण 2025 में किया जाएगा। उन्होंने केशव मेमोरियल एजुकेशनल सोसाइटी के 85वें स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए कहा कि भारत सेमीकंडक्टर उद्योग में एक महत्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ी बनने की राह पर है।
यह घोषणा भारत के प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर है, जो देश को वैश्विक चिप आपूर्ति श्रृंखला में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार करती है। सेमीकंडक्टर चिप्स आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स की रीढ़ हैं, जो स्मार्टफोन से लेकर कंप्यूटर और वाहनों तक हर चीज में उपयोग होते हैं।
वैष्णव के बयान से भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत घरेलू विनिर्माण और तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता रेखांकित होती है। सेमीकंडक्टर निर्माण में आत्मनिर्भरता न केवल भारत की तकनीकी संप्रभुता को बढ़ाएगी बल्कि भू-राजनीतिक तनावों के कारण होने वाली आपूर्ति श्रृंखला की कमजोरियों को भी कम करेगी।
भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने के लिए कई प्रोत्साहन और नीतियां पेश की हैं, जिसमें उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजनाएं भी शामिल हैं। इन पहलों का उद्देश्य प्रमुख वैश्विक खिलाड़ियों को भारत में निवेश करने और विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए आकर्षित करना है, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा मिलेगा।
2025 में भारत की पहली चिप का अनावरण देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, जो इसे इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में एक आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी शक्ति के रूप में स्थापित करेगी। यह कदम भारत को डिजिटल युग में नेतृत्व करने और वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा।