
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की ओर से भारतीय शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमलों के दुस्साहस का भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर, सियालकोट और रावलपिंडी जैसे प्रमुख शहरों को निशाना बनाया है। इस कार्रवाई में पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम बुरी तरह से तबाह हो गया है।
पाकिस्तान ने हाल ही में जम्मू, जैसलमेर और पठानकोट सहित भारतीय शहरों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले करने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया था। इसके बाद, भारत ने पाकिस्तान के इस उकसावे का कड़ा जवाब देते हुए जबर्दस्त सैन्य कार्रवाई की। भारत की इस जवाबी कार्रवाई की आंच पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तक पहुंची। इसके अतिरिक्त, लाहौर, सियालकोट और रावलपिंडी भी भारतीय सेना के निशाने पर रहे। वहीं, पाकिस्तान के भारतीय शहरों पर असफल हमले के बाद, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, जम्मू और राजौरी, पंजाब में अमृतसर और जालंधर, गुजरात में भुज और सीमा से सटे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुरक्षा कारणों से ब्लैकआउट कर दिया गया था।
गुरुवार देर रात पाकिस्तानी सेना ने अपने देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में लगभग 15 शहरों में स्थित सैन्य ठिकानों को मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाने का प्रयास किया था। हालांकि, भारत की मुस्तैद रक्षा प्रणाली ने इस प्रयास को नाकाम कर दिया। भारत ने इस पाकिस्तानी हमले को विफल करने के लिए अपनी अत्याधुनिक एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और एकीकृत मानव रहित विमान रोधी प्रणाली का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया। इस दौरान, भारत ने पाकिस्तान के हाईटेक एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) को भी नष्ट कर दिया, जिसे पाकिस्तान की ‘आसमानी आंख’ माना जाता था।
पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त

पाकिस्तान के उकसावे के बाद, भारत ने सुबह तड़के एक सुनियोजित सैन्य कार्रवाई शुरू की। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के भीतर कई महत्वपूर्ण स्थानों पर स्थित वायु रक्षा रडार और अन्य संबंधित प्रणालियों को निशाना बनाया। इस कार्रवाई में लाहौर में स्थित एक महत्वपूर्ण वायु रक्षा प्रणाली को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।
पाकिस्तानी हमला पूर्णतः विफल
पाकिस्तान की यह नापाक हरकत ऐसे समय में सामने आई है, जब बुधवार को ही भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान के अंदर लगभग नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। रक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 7-8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे भारतीय शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। हालांकि, इन सभी हमलों को भारत की एकीकृत काउंटर यूएएस (मानवरहित विमान प्रणाली) ग्रिड और मजबूत वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा कुशलतापूर्वक निष्प्रभावी कर दिया गया। मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया कि इन हमलों के मलबे को अब कई स्थानों से बरामद किया जा रहा है, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।
पाकिस्तान को मिला करारा सबक
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने आगे जानकारी दी कि, “आज सुबह, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर स्थित वायु रक्षा रडार और अन्य प्रणालियों को निशाना बनाया। पाकिस्तान के इस दुस्साहस का जवाब उसी ताकत और दृढ़ता के साथ दिया गया है।” उन्होंने यह भी बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि लाहौर में स्थित एक महत्वपूर्ण वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया है। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से दोहराया है कि भारत में स्थित किसी भी सैन्य अड्डे पर किए गए किसी भी हमले का “उचित और करारा जवाब” दिया जाएगा।
लाहौर में सेना की छावनी पर गिरे ड्रोन
इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भारतीय ड्रोन हमलों की पुष्टि करते हुए बताया कि लाहौर, गुजरांवाला, चकवाल, बहावलपुर, मियानो, कराची, छोर, रावलपिंडी और अटक में भारतीय ड्रोन ने हमले किए हैं। हालांकि, उन्होंने यह दावा किया कि इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया है। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि लाहौर के पास एक ड्रोन गिर गया और इस हमले में चार पाकिस्तानी सैनिक घायल हो गए, जबकि तीन नागरिकों की भी दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई है। एक अन्य अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को जानकारी देते हुए बताया कि कम से कम चार ड्रोन लाहौर छावनी क्षेत्र में गिरे थे।
इस घटनाक्रम ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और अधिक गंभीर बना दिया है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। वहीं, पाकिस्तान की ओर से अभी तक इस जवाबी कार्रवाई पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।